अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के एक गुरुद्वारे में अज्ञात बंदूकधारियों ने अंधाधुंध गोलीबारी की। इस हमले में 27 लोगों की मौत और 8 लोग घायल हुए हैं। हालांकि अफगान सुरक्षा बलों द्वारा की गई कार्यवाई में सभी 4 हमलावर ढेर कर दिए गए। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार हमलावरों ने काबुल के शोर बाजार जिले में गुरुद्वारा पर स्थानीय समयानुसार सुबह 7: 45 बजे हमला किया।
अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय पर यह अब तक के सबसे भयावह हमलों में से एक है। तालिबान के प्रवक्ता जुबिहुल्ला मुजाहिद ने ट्वीट कर कहा कि हमले में तालिबान का हाथ नहीं है। उधर इस्लामिक स्टेट आतंकी समूह ने हमला करने का दावा किया है। उसने कहा कि आईएस लड़ाके गुरुद्वारे पर इस समय भी हमले को अंजाम दे रहे हैं।
बंदूकधारी हमलावरों ने जिस समय गुरद्वारे पर हमला किया उस दौरान वहां 150 श्रद्धालु थे। टोलो न्यूज ने एक सुरक्षा स्रोत के हवाले से ट्वीट किया, ‘‘इन हमलावरों की अब भी सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ चल रही है। एक को गोली मार दी गयी है। धर्मशाला पर हमले में कार्रवाई में विदेशी सैनिक भी शामिल हैं।’’ काबुल पुलिस ने कहा कि गुरुद्वारे से कम से कम 11 बच्चों को सुरक्षित निकाला गया है।
सिख सांसद नरिंदर सिंह खालसा ने कहा कि गुरुद्वारे के भीतर मौजूद एक व्यक्ति ने उन्हें फोन किया और हमले के बारे में बताया जिसके बाद वह मदद करने के लिए वहां गए। उन्होंने कहा कि हमले के वक्त गुरुद्वारे के भीतर करीब 150 लोग थे। अफगानिस्तान के आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि पुलिस ने त्वरित प्रतिक्रिया दी, वह घटनास्थल पर पहुंच चुकी है लेकिन गोलीबारी अभी जारी है।