कतर में आठ महीने पहले इंडियन नेवी के 8 पूर्व अधिकारियों को जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. ये गिरफ्तारी पिछले साल सितंबर में हुई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस सिलसिले में आज बुधवार सुनवाई होने वाली है। वहीं ये दावा किया जा रहा है कि उन्हें जासूसी करने के जुर्म में फांसी की सजा मिल सकती है। ये सभी ऑफिसर इंडियन नेवी में अलग-अलग पोस्ट पर काम कर चुके हैं. उनके ऊपर इजरायल के लिए जासूसी करने का आरोप है. इन आठ आरोपियों की पहचान भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के लिए काम करने वालों के रूप में की गई है। ये आठों आरोपियों को कतर में जासूसी करते हुए पकड़ा गया था।
कतर की सीक्रेट जानकारी इजरायल को दी
कतर की जांच एजेंसी के अनुसार कतर इटली से एडवांस सबमरीन खरीदने वाला था. इस प्रोग्राम से जुड़ी सीक्रेट जानकारियां इंडियन नेवी के ऑफिसरों ने इजराइल को दी. इसी मामले में एक निजी सिक्योरिटी कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और कतर के अंतरराष्ट्रीय सैन्य अभियानों के प्रमुख को भी गिरफ्तार किया गया है। भारतीय नौसेना के सभी आठ अधिकारी भी इसी कंपनी में कार्यरत थे. इन घटना से जुड़े अभियुक्तों को 3 मई को कोर्ट की सुनवाई में मौत की सजा मिल सकती है। कतर में नेशनल सिक्योरिटी, जासूसी और नेशनल सीक्रेट के खुलासे के खिलाफ सख्त कानून हैं, जिसके लिए मौत की सजा दी जा सकती है।
आरोपी नेवी ऑफिसर के नाम
भारतीय नागरिकों को गंभीर जासूसी के आरोप में आठ महीने से कतर में हिरासत में रखा गया है, लेकिन भारतीय अधिकारियों ने अभी तक संभावित सजा पर अपने कतर के समकक्षों से बात नहीं की है। इस पर कतर के अधिकारियों ने कहा कि उनके पास आरोपों के समर्थन में तकनीकी सबूत मौजूद हैं, जो उन्हें सजा देने लायक है। कतर की सरकार हमेशा जासूसी और सुरक्षा मामलों पर कड़ा रुख अपनाया है।