उसके अनुसार निमृता न तो अवसादग्रस्त थी न ही अपने जीवन से परेशान थी, जिससे वह आत्महत्या जैसा कदम उठाए। घटना को लेकर बड़े पैमाने पर हो रहे विरोध-प्रदर्शन के बाद सिंध सरकार ने इस मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए थे। सिंध हाईकोर्ट (एसएचसी) के निर्देश पर लरकाना जिला और सत्र न्यायाधीशों की निगरानी में हत्या की आगे की जांच जारी है।