काबुल : अफगानिस्तान के मुख्य शहरों में से एक कुंदुज शहर पर बड़ी कार्यवाई करते हुए हमला कर दिया जिसमें कि काम से काम तीन नागरिकों की मौके पर ही मौत हो गई। इस खबर की जानकारी सरकारी अधिकारियों ने दी। तालिबान ने यह हमला ऐसे समय किया है जब वह 18 साल से चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए अमेरिका के साथ वार्ता कर रहा है। आतंकवादियों की मांग है कि सभी विदेशी बल अफगानिस्तान से बाहर जाएं।
तालिबान का देश के करीब आधे हिस्से में कब्जा या दबदबा है और वह अमेरिका के नेतृत्व में 2001 में हुई लड़ाई में हार के बाद से सबसे मजबूत स्थिति में हैं। इस तरह के हमलों को वार्ता में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। अफगान अधिकारियों ने सुरक्षा बलों के हताहत होने की पुष्टि की लेकिन संख्या का खुलासा नहीं किया। साथ ही कहा कि हवाई हमले में तालिबान के कम से कम 26 सदस्य मारे गए।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल कुंदुज में हमलों का जवाब दे रहे हैं। रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण कुंदुज वह क्षेत्र है जो उत्तरी अफगानिस्तान के साथ-साथ राजधानी काबुल तक आसान पहुंच उपलब्ध कराता है। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति के प्रवक्ता सादिक सिद्दीकी ने पत्रकारों से कहा कि यह हमला ‘पूरी तरह से शांति वार्ता के खिलाफ’ है। प्रांतीय स्वास्थ्य निदेशक एसानुल्लाह फेजली ने कहा कि तीन नागरिकों के शवों को कुंदुज अस्पताल ले जाया गया है और यहां 41 घायलों का इलाज भी चल रहा है।
प्रांतीय परिषद सदस्य गुलाम रब्बानी रब्बानी ने बताया कि तालिबान ने कुंदुज अस्पताल पर संक्षिप्त तौर पर कब्जा कर लिया हालांकि फेजली ने कहा कि जब अस्पताल कर्मियों ने उन्हें बताया कि गोलीबारी में मरीज घायल हो सकते हैं तो वह चले गए। उन्होंने कहा कि ‘एक तरह से हम शुक्रगुजार हैं कि तालिबान ने उसे स्वीकार कर लिया जो उन्हें बताया गया।’ अफगानिस्तान में नाटो अभियान के अधिकारियों ने तत्काल इस सवाल कि क्या वह भी हमले का प्रत्युत्तर दे रहे हैं, पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।