आतंकवाद को प्रोडक्ट के रूप में प्रसारित करने वाला पाकिस्तान आर्थिक मोर्चा पर ही नहीं बल्कि सेना के जनरल को लेकर फंसता दिख रहा हैं,जनरल बाजवा लगातार दो सेवा विस्तार ले चुके हैं , लेकिन अब तक वह सेनाध्यक्ष की कुर्सी से उतरे नहीं है। पाकिस्तान में कोई लोकतांत्रिक नहीं हैं बल्कि पर्दे के पीछे सैन्य शासन हैं। पाकिस्तान के सियासी किरदार सेनाध्यक्ष की बिना मर्जी के कुर्सी पर नहीं बैठते हैं। पाकिस्तान के लोकतांत्रिक नेता सेना पर कई दफा सवाल खड़ा कर चुकी हैं। वर्तमान पाक सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा कार्यकाल 21 नंवबर को खत्म हो रहा हैं। जिसके बाद से ही पाकिस्तान में सियासी लड़ाई गहरा रही हैं। पूर्व पीएम इमरान खान भी कई बार से अपने कुर्सी से हटने को लेकर सेना पर साजिश का आरोप लगाती आई हैं।
एक माह में शुरू सेनाध्यक्ष का प्रोसेस – ख्वाजा आसिफ रक्षामंत्री पाकिस्तान
पाकिस्तानी रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ ने जल्द ही नये सेनाध्यक्ष के रूप में मिलने की उम्मीद जताई जा रही हैं। उन्होनें कहा कि इस सेनाध्यक्ष क्रिया करने का प्रोसेस एक माह के अंदर शुरू कर लिया जाएगा। दरअसल पाकिस्तान में सेनाध्यक्ष ही पाक पर आतंरिक रूप से शासन करता हैं।
सेवा विस्तार को लेकर उड़ी खबरों को लेकर बाजवा ने किया खंडन
जनरल बाजवा को पूर्व पीएम इमरान खान निशाने पर लेते हुए हैं। इमरान ने पूर्व में सेनाध्यक्ष जनरल बाजवा को सरकार गिराने की साजिश रचने का मास्टरमांइड बताया जा रहा था। इमरान खान ने कहा था कि सरकार अपनी मनपंसद का जनरल बनाकर भष्ट्राचार को छिपाने चाहती हैं। लेकिन सेवा विस्तार की खबरों का खंडन किया हैं। फिलहाल जनरल बाजवा अमेरिका में हैं। अमेरिका से ही संदेश के जरिए बाजवा ने कहा की अब उनकी सेवा विस्तार लेने की इच्छा नहीं हैं।
यह लोग बन सकते हैं पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष
पाकिस्तानी पीएम शाहबाज शरीफ जल्द ही सेना अध्यक्ष के नाम का एलान किया जा सकता हैं। जिनमें पाकिस्तान के कई बड़ों मेजर व लेफ्टिनेंट जनरल का सुर्खियों में चल रहा हैं। चीफ आफ जनरल स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल अजहर अब्बास, डीजी आईएसआई नदीम अंजुम शामिल हैं। यह सभी सेनाप्रमुख बनने की कतार में खड़े हैं ।