दुनिया के दो बड़े दुश्मनों में से उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया अब भले ही विश्व के लिए एकसाथ आगे आए हो, लेकिन अभी भी दोनों में कड़वाहट का दौर खत्म नहीं हुआ है। दक्षिण कोरिया ने कहा है कि उसने पानी के भीतर प्रक्षेपित अपने पहले मिसाइल का परीक्षण किया है। इससे कुछ घंटे पहले ही उत्तर कोरिया ने सागर की ओर दो बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया था।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई इन के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि मून ने देश में निर्मित पनडुब्बी प्रक्षेपित बैलिस्टिक मिसाइल का बुधवार दोपहर को किए गए परीक्षण को देखा। उसने कहा कि मिसाइल को 3,000 टन श्रेणी की पनडुब्बी से प्रक्षेपित मिसाइल ने निर्धारित लक्ष्य पर पहुंचने से पहले पूर्व में निर्धारित की गई दूरी को तय किया। इस घोषणा से पहले दक्षिण कोरिया ने बुधवार सुबह उत्तर कोरिया की तरफ से दो बैलिस्टिक मिसाइलों के प्रक्षेपण का पता लगाया था।
दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया द्वारा बैलेस्टिक मिसाइलें दागने के बाद कहा है कि हमारी सेना और अमेरिका खुफिया अधिकारी इस घटना के बारे में और जानकारी जमा कर रहे हैं। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि उत्तर कोरिया द्वारा नए मिसाइल दागने पर यूनाइटेड नेशंस नए प्रतिबंध नहीं लगाएगा क्योंकि यह बहुत अधिक दूरी के मिसाइल नहीं थे।
उत्तर कोरिया द्वारा मिसाइल दागने को लेकर जापानी पीएम योशीहिदे सुगा ने कहा है कि गोलीबारी से जापान और क्षेत्र की शांति और सुरक्षा को खतरा है और यह पूरी तरह से अपमानजनक है। जापान की सरकार किसी भी तरह की इमरजेंसी के लिए तैयार हैं। हम सतर्क हैं और निगरानी कर रहे हैं।