एयर इंडिया द्वारा पेश किए गए सीईओ के पद को इल्कर आइची ने अस्वीकार कर दिया है, इस बात की पुष्टि टाटा संस द्वारा भी कर दी गई है। दरअसल, 14 फरवरी को टाटा ने आइची को अपने सीईओ के रूप में नामित किया था। लेकिन भारत सरकार द्वारा टाटा संस के इस फैसले को मंजूरी नहीं दी गई, आइची के पाकिस्तान से कनेक्शन होने की ख़बरों के सामने आने के बाद सरकार ने इस फैसले पर आपत्ति जताई थी। बता दें कि आइची एक तुर्की नागरिक हैं जिनका जन्म 1971 में इस्तांबुल में हुआ था और वह 2015 से जनवरी 2022 के अंत तक तुर्की एयरलाइंस का नेतृत्व कर रहे थे।
आइची ने अस्वीकार किया एयरइंडिया का CEO पद
आइची ने इस मामले में कहा की “मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि इस तरह के नरेटिव के बाद इस पद को स्वीकार करना संभव या सम्मानजनक निर्णय नहीं होगा।” आइची ने कहा कि “एक व्यवसायी नेता के रूप में, जिसने हमेशा पेशेवर श्रेय को प्राथमिकता दी है और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि मेरे परिवार की खुशी और भलाई सबसे ऊपर है, मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि इस पद को स्वीकार करना संभव नहीं होगा।”
उन्होंने कहा, “मैं भारी मन से यह निर्णय ले रहा हूं, मैं एयर इंडिया और टाटा समूह की बहुत प्रशंसा करता हूं और उनकी सफलता की कामना करता हूं।” वहीं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सहयोगी स्वदेशी जागरण मंच ने आइची की नियुक्ति का विरोध किया। कई मीडिया रिपोर्टों के अनुसार आइची के 1 अप्रैल को एयरलाइन टेकओवर करने की उम्मीद थी।
2015 में टर्किश एयरलाइंस का संभाला था पदभार
बता दें कि आइची ने 2015 में टर्किश एयरलाइंस के अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला था। उनकी देखरेख में एयरलाइन 373 विमानों के बेड़े के साथ 128 देशों में 328 गंतव्यों को जोड़ने वाली एक बड़ी वाहक बन गई। 2014 में एयरलाइन ने 261 विमानों के बेड़े के साथ 108 देशों में 261 गंतव्यों के लिए उड़ान भरी। नए इस्तांबुल हवाई अड्डे के लिए एयरलाइन का शानदार कदम, व्यापक विमान ऑर्डर और कार्गो व्यवसाय का विकास भी उनके कार्यकाल के दौरान हुआ।