अमेरिका और ब्रिटेन की हूती विद्रोहियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, होदेइदाह शहर पर किए हवाई हमले
अमेरिका-ब्रिटेन गठबंधन का कार्रवाई हमला
अमेरिका-ब्रिटेन गठबंधन के युद्धक विमानों ने यमन के बंदरगाह शहर होदेइदाह पर दो हवाई हमले किए। हूती ग्रुप के अल-मसीरा टीवी ने बिना कोई विस्तृत जानकारी दिए बताया कि शहर के उत्तर-पश्चिम में रास इस्सा जिले के एक इलाके को निशाना बनाकर हमला किया गया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने अल-मसीरा टीवी के हवाले से बताया कि अमेरिका-ब्रिटिश गठबंधन ने इन घटनाओं पर कोई टिप्पणी नहीं की।
हूती ग्रुप ने जवाबी कार्रवाई करने का किया ऐलान
होदेइदा के निवासियों ने सिन्हुआ को बताया कि उन्होंने आधी रात से एक घंटे पहले जोरदार विस्फोटों की आवाज सुनी। इससे पहले गुरुवार को, अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने कहा कि उसके बलों ने राजधानी सना और उत्तरी शहर सादा में हूती ग्रुप के भूमिगत हथियार स्टोरेज पर हवाई हमले किए। हमलों के बाद हूती ग्रुप ने जवाबी कार्रवाई करने का ऐलान किया।
हूती ग्रुप ने इजरायल से संबंधित' जहाजों को बनाया था निशाना
यमन में गृह युद्ध छिड़ने के बाद 2014 के अंत से ही हूती विद्रोहियों ने होदेइदाहऔर कई अन्य उत्तरी शहरों पर नियंत्रण कर लिया था, जिसके कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त यमनी सरकार को राजधानी सना से बाहर होना पड़ा। पिछले साल नवंबर से, हूती ग्रुप गाजा में फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए लाल सागर और अदन की खाड़ी में 'इजरायल से संबंधित' जहाजों को निशाना बनाकर रॉकेट और ड्रोन हमले कर रहा है।
हूती विद्रोहियों का दावा
इसके जवाब में, यूएस-यूके नौसेना गठबंधन हूती टारगेट्स के खिलाफ एयर स्ट्राइक कर रहा है लेकिन वह हूती ग्रुप को रोकने में नाकाम रहा है। इस बीच हूती विद्रोहियों ने दावा किया कि उन्होंने अरब सागर में एक जहाज को निशाना बनाया और इसके लिए बम से लदे ड्रोन का इस्तेमाल किया। ग्रुप ने कहा कि यह हमला लेबनान और फिलिस्तीन के समर्थन में किया गया। हालांकि हूती ग्रुप ने हमले का समय नहीं बताया।
हूती ग्रुप ने अपने ऑपरेशन को 'सफल' करार दिया
हूती ग्रुप के अल-मसीरा टीवी पर समूह के सैन्य प्रवक्ता याह्या सरिया ने कहा, 'फिलिस्तीनी और लेबनानी प्रतिरोधों के समर्थन में, हमारे बलों ने अरब सागर में जहाज मेगालोपोलिस को कई ड्रोनों से निशाना बनाया.' उन्होंने 'ऑपरेशन' को 'सफल' करार दिया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने अल-मसीरा टीवी के हवाले से बताया कि उन्होंने कहा कि जहाज को इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि इसका स्वामित्व रखने वाली कंपनी की इजरायल के साथ 'डीलिंग' है।