इजरायल-हमास के बीच युद्द जारी है इस बीच 18 अक्टूबर को जो बाईडेन ने इजराइल का दौरा किया और पीएम नेतन्याहू से उन्होंने मुलाकात की। इसके बाद ही अमेरिका ने ईरान की कमर तोड़ने का फैसला ले लिया है। हमास का साथ देने वाले ईरान को अमेरिका अब सबक सिखाने का फैसला कर चुका है। दरअसल अमेरिका ने ईरान की बैलिस्टिक मिसाइल और ड्रोन कार्यक्रमों के इस्तेमाल को लेकर नए प्रतिबंधों का ऐलान किया है।
बैलिस्टिक मिसाइल पर प्रतिबंध
बैलिस्टिक मिसाइल पर प्रतिबंघ लगाने को लेकर अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बताया है कि अमेरिका ने ईरान को बैलिस्टिक मिसाइलों या ड्रोन से संबंधित भागों या टेक्नोलॉजी को बेचने या खरीदने से रोकने के लिए नए प्रतिबंधों और अन्य उपायों की घोषणा की। आपको बता दें कि यह घोषणा तब हुई जब अमेरिका ने ईरान पर 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास के हमले में शामिल होने का आरोप लगाया जिसमें सैकड़ों नागरिकों की जान चली गई थी।
ईरान इजराइल को दे रहा धमकी
अमेरिका के इस फैसले के बाद ईरान के दूतावास ने कहा है कि अब सब्र खत्म हो गया है। ईरानी दूतावास के इस पोस्ट को इजरायल के लिए चेतावनी के तौर पर देखा जा रहा था। इससे पहले ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली ने भी इजरायल को चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि अगर इजरायल हमला करना जारी रखता है तो पूरी दुनिया के मुसलमान एक साथ आकर लड़ाई लड़ेंगे और फिर उन्हें कोई नहीं रोक पाएगा। वहीं ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने भी इजरायल-हमास युद्ध को लेकर धमकी दी थी। उन्होंने कहा था कि आने वाले समय में प्रतिरोध मोर्चा भी कार्रवाई कर सकता है।
अमेरिका ने ईरान को दी चेतावनी
बता दें इजराइल के साथ साथ अमेरिका भी ईरान को चेतावनी दे रहा है उधर ईरान की धमकी इजराइल को मिलती रही तो अमेरिका बड़ा एक्शन ले सकता है क्योंकि कल इजराइल दौरे के दौरान बाईडेन कह चुके है कि वो हर तरह से इजराइल के साथ खड़ा है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री भी जाएंगे इजराइल
इस बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक 19 अक्टूबर को इजराइल का दौरा कर सकते है। मुसीबत की इस घड़ी में ब्रिटेन ये दिखाने की कोशिश कर रह है कि वो इजराइल के साथ खड़ा है।