रूस – यूक्रेन के बीच बीते आठ माह से युद्ध चल रहा हैं , लेकिन युद्ध अभी निर्णायक स्तर पर नहीं पहुंच पा रहा हैं। वैसे हथियारों की दुनिया में रूस यूक्रेन से बीस गुना आगे हैं, लेकिन यूक्रेन को अमेरिका परस्पर रूप से हथियारों की सहायता दे रहा हैं। जिस कारण यूक्रेन रूस पर युद्ध में अव्वल दिखाई दे रहा हैं। लेकिन इसके बावजूद रूस हार मानने के लिए तैयार नहीं हैं , युद्ध के भीषण संघर्ष में अभी तक हजारों की संख्या में काफी लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं। रूस के सामने यूक्रेन को अमेरिका द्वारा दिए गए हथियार रूस पर भारी पड़ रहे हैं, जिस कारण रूस के युद्ध में निर्णायक चाणक्य माने जाने वाले हथियार भी फेल हो रहे हैं।
अमेरिका के पिनाका ने रूस के गर्त में डाला
एक समाचार चैनल की रिपोर्ट के आधार पर खबर हैं कि युद्ध में रूस के निर्मित हथियार अमेरिका के हथियारों के ठिक नहीं पा रहे हैं। अभी तक अमेरिकी हथियारों की बूते पर ही यूक्रेन रूस के हथियारों को काफी मात्रा में नष्ट कर चुका हैं। अमेरिका द्वारा निर्मित पिनाका हथियार रूस के सभी हथियारों पर अव्वल सिद्ध हो रहा हैं। पिनाका के बल पर ही यूक्रेन ने युद्ध के निर्णय की स्थिति बदल दी हैं। रूस को सबसे ज्यादा पिनाका हथियार ने नुकसान पहुंचाया हैं।
HIMARS उपलब्ध होने के बाद यूक्रेन योद्धाओं ने पीछे मुडकर नहीं देखा
जंग के शुरू होने के बाद यूक्रेन हथियारों के लिए दुनिया के सामने गिड़गिड़ा रहा था, लेकिन यूरोपीय देशों ने रूस की घेराबंदी करते हुए रूस के खिलाफ यूक्रेन को हथियार देने का फैसला किया, जिसके बाद से अमेरिका ने खुलकर यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई की, उसके बाद से ही रूस पर यूक्रेन के सैनिकों ने जंग को एकतरफा कर दिया हैं। अमेरिका ने यूक्रेन एम14 हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम उलपब्ध कराई, जिसके बाद से ही यूक्रेन जमकर रूस के सैनिकों को खदेड़ रहे हैं। एम14 हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम रूस की मिसाइल हवा में मार गिरा रहा हैं , जिसके जमीन पर होने वाले नुकसान को रोका जा रहा हैं।
आधुनिक तकनीक से लैस हैं मिसाइल सिस्टम , दुनिया करती हैं पंसद
एम14 हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम के कारण युक्रेन रूस को पीछे धकेल रहा हैं , इसी मिसाइल के कारण युद्ध का निर्णय युक्रेन के पक्ष में जा रहा हैं। इस मिसाइल की दुनिया भर में मांग हैं, लेकिन अमेरिका इसको खास मित्र को ही सौंपता हैं। मिसाइल का निशाना अचूक हैं, एक बार निशाना लगाने के बाद मिसाइल काम को फतह करके ही छोड़ती हैं। यह मिसाइल 300 किलोमीटर तक वार करने वाली मिसाइल को हवा में ही मार गिरा देती हैं। इसी मिसाइल की बदौलत युक्रेन ने रूस के सैनिकों अपनी जमीन से खदेड़ दिया हैं।