अमेरिकी सीनेट स्पीकर नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे के बाद से चीन एकदम गर्म हो गया है। धमकियां तो दे ही रहा है, यहां तक कि नैंसी के लौटते ही ताइवान की नाकेबंदी भी कर दी है। इतना ही नहीं रुका, ताइवान से सटे सभी इलाकों पर युद्धाभ्यास भी शुरू कर दिया है। इसी बीच चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने दक्षिणपूर्व एशियाई देशों के विदेश मंत्रियों के साथ एक बैठक में संबंधों को मजबूत करने के प्रयासों पर जोर दिया है।
संयम बरतने और भड़काऊ कार्रवाई से बचने को कहा
समूह ने इससे पहले दिन में एक बयान जारी कर अमेरिका और चीन दोनों से दौरे के मद्देनजर “अधिकतम संयम” बरतने और “भड़काऊ कार्रवाई से बचने” को कहा था। चीन ताइवान के स्वशासी द्वीप पर अपने क्षेत्र के रूप में दावा करता है और ताइवान के अधिकारियों द्वारा विदेशी सरकारों के साथ किसी भी तरह के जुड़ाव का विरोध करता है।
चीन ने सहयोग पर दिया जोर
अपनी शुरुआती टिप्पणी में वांग ने स्थिति का उल्लेख नहीं किया और इसके बजाय इस पर जोर दिया कि कैसे चीन और आसियान देशों ने हाल के वर्षों में सहयोग को मजबूत किया है। आसियान में ब्रूनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमा, फिलीपीन, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम शामिल हैं।