डेमोक्रेट सांसदों के एक समूह ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन से अपील की है कि सीमा पर अलग किए गए हजारों प्रवासी बच्चों को उनके माता-पिता से फिर मिलाया जाए। समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, ऊपरी सदन में अपनी पार्टी के दूसरे सबसे वरिष्ठ सांसद डिक डरबिन ने कहा, ‘अमेरिकन एकेडमी ऑफ पेडियाट्रिक्स ने हमें बताया है कि इन बच्चों के साथ क्या हुआ..यह हमारी सरकार के हाथों किया गया सांस्थानिक बाल उत्पीड़न है।’ डेमोक्रेट पार्टी के सदस्यों ने 24 घंटे के अंदर (26 जुलाई को) प्रवासी बच्चों को उनके माता-पिता से मिलाने का आग्रह किया है और इसी समय संघीय न्यायाधीश ने इसके लिए समय-सीमा तय की है।
डरबिन ने कहा, ‘यह हमारे इतिहास का एक अपमानपूर्ण अध्याय है और हम इसे केवल संघीय न्यायाधीश के फैसले से खत्म कर रहे हैं। प्रवासियों के लिए हमारी जीरो टॉलेरेंस नीति की वजह से कई जिंदगियों को नुकसान पहुंचा।’ उन्होंने कहा, ‘यह कार्य ‘अमेरिकी लोगों के मूल्यों को नहीं दर्शाता है। अमेरिका के लोग परवाह करने वाले होते हैं।
वे नहीं चाहते कि बच्चे इस तरह राजनीतिक शोषण का शिकार बनें।’ डरबिन और उनके साथी सांसदों ने हालांकि कहा कि उन्हें इस तथ्य पर खेद है कि ट्रंप प्रशासन ने बुधवार को तय दिए समय सीमा का ‘पालन नहीं किया’। अवैध प्रवासन पर अमेरिका की जीरो टॉलेरेंस नीति की वजह से लगभग 2000 बच्चे अपने माता-पिता से दूर हैं। डरबिन ने सीमा पर पैदा किए गए हालात को ‘जहरीली क्रूरता’ और ‘अक्षमता’ का मिश्रण करार दिया।