पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को देश की भ्रष्टाचार रोधी संस्था ने मंगलवार को जवाबदेही अदालत में पेश किया और अदालत से उनकी हिरासत की मांग की। एक दिन पहले ही उन्हें फर्जी बैंक खाता मामले में उनके घर से गिरफ्तार किया गया।
इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में उनकी जमानत याचिका खारिज कर देने के बाद पुलिस एवं महिला अधिकारियों के साथ गयी पाकिस्तान के राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) की टीम ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सह-अध्यक्ष को गिरफ्तार किया। मंगलवार को उनके वहां पहुंचने से पहले डॉक्टरों की तीन सदस्यीय टीम ने पूर्व राष्ट्रपति की मेडिकल जांच की।
सूत्रों के अनुसार हिरासत में लिये जाने के लिये जरदारी शारीरिक रूप से पूरी तरह फिट पाये गये। जरदारी (63) और उनकी बहन पर अवैध रूप से हासिल किये गये धन को पाकिस्तान के बाहर भेजने के लिये फर्जी बैंक खातों का इस्तेमाल करने का आरोप है।
एनएबी के अधिकारियों के अनुसार दोनों ने इन कथित फर्जी बैंक खातों की जरिये 15 करोड़ रुपये की लेन देन की थी। एनएबी ने रविवार को उनकी गिरफ्तारी का वारंट जारी किया था।