रूस और यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने गुरुवार को ऑस्ट्रेलियाई संसद को संबोधित किया था और ऑस्ट्रेलिया निर्मित चार पहिया वाहनों को भेजने की अपील की थी। जेलेंस्की की अपील के बाद ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने शुक्रवार को कहा कि ऑस्ट्रेलिया युद्धग्रस्त यूक्रेन में बख्तरबंद बुशमास्टर वाहन भेजेगा। मॉरिसन ने पत्रकारों को बताया कि बोइंग सी-17 ग्लोबमास्टर विमानों से इन वाहनों को भेजा जाएगा। उन्होंने हालांकि यह नहीं बताया कि कितने वाहन भेजे जाएंगे और कब भेजे जाएंगे। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम न केवल अपनी दुआएं भेज रहे हैं बल्कि हम अपनी बंदूकें, अपनी युद्ध सामग्री, मानवीय सहायता, ये सभी चीजें भेज रहे हैं और हम अपने बख्तरबंद वाहन, अपने बुशमास्टर भी भेज रहे हैं।
रूस की सेना ने यूक्रेन को वापस सौंपा चेर्नोबिल ऊर्जा संयंत्र, जेलेंस्की बोले- सैनिकों की वापसी महज एक दिखावा
हमें रूस के खिलाफ और प्रतिबंधों की आवश्यकता है : जेलेंस्की
ऑस्ट्रेलियाई सांसदों ने जेलेंस्की का 16 मिनट का भाषण शुरू होने और खत्म होने पर खड़े होकर उनके प्रति सम्मान व्यक्त किया। जेलेंस्की ने भी रूस पर और कड़े प्रतिबंध लगाने तथा अंतरराष्ट्रीय बंदरगाहों से रूसी पोतों को प्रतिबंधित करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, हमें रूस के खिलाफ और प्रतिबंधों की आवश्यकता है, शक्तिशाली प्रतिबंध लगाए जाने की आवश्यकता है जब तक कि वे अपनी परमाणु मिसाइलों से अन्य देशों को ब्लैकमेल करना बंद न कर दें। जेलेंस्की ने खासतौर से बुशमास्टर वाहन भेजने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, आपके पास बहुत अच्छे सशस्त्र वाहन, बुशमास्टर हैं जो यूक्रेन की मदद कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि, संघर्ष से ऑस्ट्रेलिया सुरक्षित नहीं है और इस संघर्ष के परमाणु युद्ध में बदलने का खतरा है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन पर रूस की जीत से चीन को ताइवान पर युद्ध घोषित करने का हौसला मिलेगा।
ऑस्ट्रेलिया, रूस और बेलारूस पर लगाएगा अतिरिक्त 35 फीसदी कर
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा, सबसे भयानक बात यह है कि अगर हम अब रूस को नहीं रोकते, अगर हम रूस को जवाबदेह नहीं ठहराते तो अपने पड़ोसियों के खिलाफ ऐसा ही युद्ध छेड़ने की ताक में बैठे दुनिया के कुछ अन्य देश सोचेंगे कि उनके लिए भी ऐसा करना संभव है। उन्होंने यह भी कहा कि रूस, यूक्रेन पर हमला नहीं करता अगर उसे 2014 में यूक्रेन में मलेशिया एयरलाइन का एक विमान गिराने के लिए सजा दी जाती। इससे पहले गुरुवार को सरकार ने ऐलान किया कि, ऑस्ट्रेलिया 25 अप्रैल से रूस और बेलारूस से सभी आयात पर अतिरिक्त 35 फीसदी कर लगाएगा। इस तारीख से रूस से तेल और ऊर्जा के आयात पर प्रतिबंध लग जाएगा।
ऑस्ट्रेलियाई सांसदों ने जेलेंस्की का 16 मिनट का भाषण शुरू होने और खत्म होने पर खड़े होकर उनके प्रति सम्मान व्यक्त किया। जेलेंस्की ने भी रूस पर और कड़े प्रतिबंध लगाने तथा अंतरराष्ट्रीय बंदरगाहों से रूसी पोतों को प्रतिबंधित करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, हमें रूस के खिलाफ और प्रतिबंधों की आवश्यकता है, शक्तिशाली प्रतिबंध लगाए जाने की आवश्यकता है जब तक कि वे अपनी परमाणु मिसाइलों से अन्य देशों को ब्लैकमेल करना बंद न कर दें। जेलेंस्की ने खासतौर से बुशमास्टर वाहन भेजने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, आपके पास बहुत अच्छे सशस्त्र वाहन, बुशमास्टर हैं जो यूक्रेन की मदद कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि, संघर्ष से ऑस्ट्रेलिया सुरक्षित नहीं है और इस संघर्ष के परमाणु युद्ध में बदलने का खतरा है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन पर रूस की जीत से चीन को ताइवान पर युद्ध घोषित करने का हौसला मिलेगा।
ऑस्ट्रेलिया, रूस और बेलारूस पर लगाएगा अतिरिक्त 35 फीसदी कर
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा, सबसे भयानक बात यह है कि अगर हम अब रूस को नहीं रोकते, अगर हम रूस को जवाबदेह नहीं ठहराते तो अपने पड़ोसियों के खिलाफ ऐसा ही युद्ध छेड़ने की ताक में बैठे दुनिया के कुछ अन्य देश सोचेंगे कि उनके लिए भी ऐसा करना संभव है। उन्होंने यह भी कहा कि रूस, यूक्रेन पर हमला नहीं करता अगर उसे 2014 में यूक्रेन में मलेशिया एयरलाइन का एक विमान गिराने के लिए सजा दी जाती। इससे पहले गुरुवार को सरकार ने ऐलान किया कि, ऑस्ट्रेलिया 25 अप्रैल से रूस और बेलारूस से सभी आयात पर अतिरिक्त 35 फीसदी कर लगाएगा। इस तारीख से रूस से तेल और ऊर्जा के आयात पर प्रतिबंध लग जाएगा।
