बांग्लादेश में हिंदुओं और उनके धार्मिक स्थलों पर होने वाले अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। बांग्लादेश में कट्टरपंथियों ने यहां हिन्दुओं के मन्दिरों पर कई हमले कर 14 हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की है। यह कोई आम बात नहीं हैं और न ही यहां इस तरह का यह कोई पहला मामला है। इससे पहले भी यहां कई हिन्दू मंदिरों को तोड़ा गया है, हिन्दूओं के साथ हिंसा की गई है, उन्हें धर्म के नाम पर मारा गया है पीटा गया है यहां तक कि यहां कि मासुम लड़कियों के साथ बलत्कार तक किया गया है और इन सब कि वजब केवल एक थी कि वह हिन्दू धर्म से थे।
14 मदिरों में तोड़फोड़
वहीं जिन 14 मदिरों में तोड़फोड़ कि गई है उसपर हर बार कि तरह शेख हसिना केवल बयान ही देती नजर आई। पुलिस ने इस पूरे मामले में बताया कि अज्ञात लोगों ने रात में हमलों को अंजाम दिया और 14 मंदिरों की मूर्तियों में तोड़फोड़ की। कई महीनों से बंग्लादेश में हिंदुओं और उनके धार्मिक स्थलों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है।
अपराधियों की पहचान अभी नहीं हो पाई
इसके अलावा यहां के उपजिला की पूजा समारोह परिषद के महासचिव बर्मन ने कहा कि कुछ मूर्तियां मंदिर में ही नष्ट कर दी गईं, जबकि कुछ मंदिर स्थलों के निकट तालाब में पाई गई। उन्होंने बताया कि अपराधियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है, लेकिन हम चाहते हैं कि उन्हें शीघ्र ही पकड़ा जाये।
दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाई की मांग
जैसा कि हमने आपको पहले बताया था कि इससे पहले भी हिंदुओं के धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा चुका है। साथ ही हिंदुओं पर भी हमले किए जा रहे हैं। वहीं ठाकुरगांव के पुलिस प्रमुख जहांगीर हुसैन ने संवाददाताओं से कहा कि यह स्पष्ट रूप से देश की शांतिपूर्ण स्थिति को बाधित करने के लिए सुनियोजित हमले का मामला प्रतीत होता है उन्होंने कहा कि दोषियों का पता लगाने के लिए पुलिस ने जांच तुरंत शुरू कर दी है। ठाकुरगांव के उपायुक्त या प्रशासनिक प्रमुख महबूबुर रहमान ने कहा यह मामला शांति और सांप्रदायिक सद्भाव के खिलाफ एक साजिश सा प्रतीत होता है और यह एक गंभीर अपराध है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।