प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार, 2 मई से तीन देशों की विदेश यात्रा पर है। ऐसे में पीएम सबसे पहले जर्मनी पहुंचे, जहां उनका शानदार तरीके से स्वागत हुआ। इसके बाद पीएम आज यानी, मंगलवार को डेनमार्क पहुंचे है। लेकिन इसी बीच फ्रांस से एक बड़ी जानकारी सामने आ रही है। आपको खबर देने से पहले बता दें कि पीएम मोदी की विदेश यात्रा का अंतिम पड़ाव फ्रांस ही है। ऐसे में फ्रांस ने भारत को एक बड़ा झटका दिया है।
बता दें कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने हाल ही में फिर से चुनाव जीतकर राष्ट्रपति की कुर्सी बरकरार रखी है। इस बीच पीएम मोदी की फ्रांस की निर्धारित यात्रा से पहले, फ्रांसीसी रक्षा प्रमुख नौसेना समूह ने घोषणा की है कि वह P-75 इंडिया (P-75I) प्रोजेक्ट में भाग लेने में असमर्थ है।
शर्तें पूरी नहीं कर सकता है फ्रांस
इस 43,000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट के लिए शॉर्टलिस्ट किए गए पांच अंतरराष्ट्रीय समूहों में से फ्रांस का डिफेंस नेवी समूह भी एक है। इस प्रोजेक्ट का हिस्सा बनने से इनकार करते हुए समूह ने कहा है कि वो रिक्वेस्ट फोर प्रपोजल यानी आरएफपी की शर्तें पूरी नहीं कर सकता है, जो कि एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन सिस्टम (एपीआई प्रणाली) से संबद्ध है और इसलिए वो इस परियोजना से पीछे हट रहा है।
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बता दें कि नेवी समूह की ओर से ये घोषणा ऐसे समय में की गई है जबकि अगले दिन बुधवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पेरिस यात्रा पर पहुंचने वाले हैं। पीएम यहां फिर से चुने गए देश के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मिलने वाले हैं।
ये है पूरा प्रोजेक्ट, समझें बारीकी से-
गौरतलब है कि यह प्रोजेक्ट (P-75I) भारत में पनडुब्बियां बनाने की दूसरी सबसे बड़ी परियोजना है। वहीं एआईपी प्रणाली एक पारंपरिक पनडुब्बी को अधिक समय तक उच्च गति पर पानी में डूबे रहने की अनुमति देती है। रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल जून में, रक्षा मंत्रालय ने P-75I परियोजना को मंजूरी दी थी और बाद में दो शॉर्टलिस्ट की गई भारतीय कंपनियों, जिनमें निजी कंपनी लार्सन एंड टुब्रो और राज्य द्वारा संचालित मझगांव डॉक्स लिमिटेड को आरएफपी जारी किए गए थे।
शामिल है ये समूह
इन दो भारतीय कंपनियों को पांच शॉर्टलिस्ट की गई अंतरराष्ट्रीय समूहों में से एक के साथ गठजोड़ करना है। इन समूहों में थिसेनक्रुप मरीन सिस्टम्स (जर्मनी), नवांटिया (स्पेन) और नेवल ग्रुप (फ्रांस), देवू (दक्षिण कोरिया) और रोसोबोरोनएक्सपोर्ट (रूस) शामिल हैं।
आपको जानकारी के लिए बता दें कि पीएम मोदी डेनमार्क पहुंच गए है। जहां पर पीएम मेटे फ्रेडरिक्सन के साथ तीन और चार मई को कोपेनहेगन का व्यापक यात्रा करेंगे। बताया जा रहा है कि इस यात्रा में वे फ्रेडरिक्सन के साथ- साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करने वाले है और इसके बाद शिखर सम्मेलन में भी भाग लेने वाले हैं।