बीजिंग : चीन ने सोमवार को उम्मीद जतायी कि भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच सैन्याभ्यास की बहाली से द्विपक्षीय संबंधों में तेजी आएगी और अच्छे नतीजे सामने आएंगे। भारतीय दूतावास ने यहां बताया कि कर्नल पुनीत तोमर की अगुवाई में एक भारतीय सैन्य दल ‘हैंड इन हैंड’ सैन्याभ्यास में हिस्सा लेने के लिए चीन के दक्षिण-पश्चिम शहर चेंगडू पहुंच गया है। दोनों देशों की सेनाओं के बीच यह सैन्याभ्यास मंगलवार को शुरु होगा।
इससे पहले अधिकारियों ने बताया था कि दोनों पक्ष इस अभ्यास के सातवें संस्करण में हिस्सा लेने के लिए 100-100 कर्मी उतारेंगे। अभ्यास का उद्घाटन मंगलवार को होगा और उसका समापन 23 दिसंबर को होगा। यह अभ्यास एक साल के अंतराल पर हो रहा है । पिछले साल यह अभ्यास नहीं हो पाया था क्योंकि सिक्किम सेक्टर के डोकलाम में 73 दिनों तक दोनों सेनाओं के बीच गतिरोध बना हुआ था। जब विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग से पूछा गया कि चीन डोकलाम के बाद बहाल हुए सैन्याभ्यास को कैसे देखता है, उन्होंने कहा, ‘‘हमें आशा है कि इससे अच्छे नतीजे आ सकते हैं।’’
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी चिनपिंग के बीच इस साल अप्रैल में हुए अनौपचारिक सम्मेलन तथा संबंधों में सुधार के लिए दोनों नेताओं के बीच बनी महत्वूपर्ण सहमतियों का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं ने इस साल चार बार मुलाकात की। ऐसे में दोनों नेताओं के बीच बनी सहमतियों को लागू करना चाहिए जिनमें दोनों सेनाओं के बीच आदान-प्रदान भी शामिल है।