मोदी सरकार ने एक बार फिर पाकिस्तान पर डिजिटल स्ट्राइक की है। कुछ समय पहले पीएफआई पर पांच साल के प्रतिबंध के विरोध में पाकिस्तानी दूतावास ने ट्वीट किया गया था। सोशल मीडिया पर कनाडा में पाकिस्तान के दूतावास ने इस कार्रवाई पर भारत का विरोध किया और पीएफआई के समर्थन में बात की।
बताया जा रहा है की पीएफआई को लेकर भारत के खिलाफ ट्वीट करने की वजह से शहबाज सरकार का भरत में आधिकारिक ट्विटर अकाउंट को बैन किया गया है। इसे तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। लेकिन, ट्विटर के आधिकारिक बयान का अभी इंतजार है।
2022 जनवरी और दिसंबर 2021 में ऐसी कार्रवाई की गई थी
हालांकि भारत ने ऐसा पहली दफा नहीं किया हैं। इससे पहले भी देश विरोधी कंटेंट वाले 55 यूट्यूब चैनलों और दो वेबसाइट पर मोदी सरकार ने प्रतिबंध लगाया था। पाकिस्तान पर जनवरी 2022 और दिसंबर 2021 में ऐसी कार्रवाई की गई थी ।
बता दें, कनाडा में पाकिस्तान के दूतावास से सोशल मीडिया पर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के समर्थन में किए गए एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट तेजी से वायरल हुआ था। रिपोर्ट के मुताबिक, PCGV(पाकिस्तान महावाणिज्य दूतावास वैंकूवर) के आधिकारिक हैंडल ने प्रतिबंधित पीएफआई के समर्थन में ट्वीट किया था और आपत्तिजनक ट्वीट के साथ ही इसमें पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय और पाकिस्तान सरकार को भी टैग किया गया था। सोशल मीडिया पर इस ट्वीट के खिलाफ लोगों ने खूब गुस्सा निकाला। यह पोस्ट काफी वायरल भी हुआ था। लोगों ने इस ट्वीट के खिलाफ सोशल मीडिया पर खूब गुस्सा किया और यह काफी तेजी से वायरल भी हो रहा था।
निरंकुश व्यवस्था के तहत ऐसी कार्रवाई की उम्मीद थी
जिस ट्वीट का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा था उसमे लिखा गया था की, “बीजेपी शासित राज्यों में नजरबंदी के नाम पर बड़ी संख्या में गिरफ्तारियां हो रही हैं। यह और कुछ नहीं बल्कि केंद्र सरकार द्वारा पीएफआई को निशाना बनाकर लोकतांत्रिक मूल्यों का उल्लंघन है। इस निरंकुश व्यवस्था के तहत ऐसी कार्रवाई की उम्मीद थी।