लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

लोकसभा चुनाव पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

पैंडोरा पेपर्स लीक में बड़ा खुलासा: कैसे धनी लोग टैक्स बचाने के लिए छुपाते हैं अपनी संपत्ति और पैसा

दुनियाभर में अमीर व्यक्तियों की वित्तीय संपत्तियों का खुलासा करने वाले ‘पैंडोरा पेपर्स’ में गोपनीय दस्तावेजों से पता चलता है कि कैसे ऐसे लोग कर बचाने के वास्ते अपने धन को छुपाने के तरीके इस्तेमाल करते हैं।

दुनियाभर में अमीर व्यक्तियों की वित्तीय संपत्तियों का खुलासा करने वाले ‘पैंडोरा पेपर्स’ में गोपनीय दस्तावेजों से पता चलता है कि कैसे ऐसे लोग कर बचाने के वास्ते अपने धन को छुपाने के तरीके इस्तेमाल करते हैं। 
पैंडोरा पेपर्स ने खोली सबकी पोल 
लगभग एक करोड़ 20 लाख दस्तावेजों को मिलाकर तैयार की गई इस रिपोर्ट को ‘इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स’ (आईसीआईजे) ने जारी किया जो दुनियाभर के मीडिया संगठनों के साथ काम करती है। विश्व के नेताओं, पूर्व राष्ट्रपतियों और प्रधानमंत्रियों की संपत्तियों के बारे में जानकारी देने के साथ-साथ, पैंडोरा पेपर्स से पता चलता है कि कैसे कम कर दरों वाले कई देशों में कर से बचने के लिए धन छिपाया जाता है। 
टैक्स से बचने के लिए होता है सारा गोरखधंधा 
वेंडरबिल्ट विश्वविद्यालय के कराधान विशेषज्ञ बेवर्ली मोरन ने लीक हुए दस्तावेजों के संबंध में तीन तरीकों से चर्चा की। कैसे अमीर लोग कर कमियों का उपयोग करते हैं। पैंडोरा पेपर्स ‘‘पनामा पेपर्स’’ नामक दस्तावेजों के इसी तरह के लीक होने के पांच साल बाद आये है। उन दस्तावेजों से पता चलता है कि दुनिया के सबसे धनी लोगों में से कितने लोग अपनी संपत्तियों को कम कर दरों वाले देशों या अधिकार क्षेत्र में रखकर किसी भी प्रकार के कर से बचते हैं। 
धन छुपाने के नए रास्ते आये सामने
पनामा पेपर्स के जवाब में, कई देशों ने उपाय किए जिससे पनामा पेपर्स में उजागर की गई कुछ तकनीकों को अप्रचलित बना दिया गया। पैंडोरा पेपर्स उस रणनीति को प्रकट करते हैं जो धनी लोगों ने अतीत में इस्तेमाल किए गए अब गुप्त साधनों को बदलने के लिए विकसित की हैं। विशेष रूप से, पैंडोरा पेपर्स कर लगाना कठिन बनाने में मुखौटा कंपनियों की भूमिका पर प्रकाश डालते हैं। 
मुखौटा कंपनियों की भूमिका: 
एक मुखौटा कंपनी एक कानूनी इकाई है जो केवल कागज पर मौजूद होती है। यह कुछ भी उत्पादन नहीं करती है और न ही किसी को रोजगार देती है। इसका मूल्य एक प्रमाण पत्र में निहित है जो एक सरकारी कार्यालय में होता है। इस प्रमाणपत्र के साथ, मुखौटा कंपनी – जिसका एकमात्र उद्देश्य संपत्ति रखना और छिपाना है। 
टैक्स हेवन’ के रूप में दक्षिण डकोटा 
आईसीआईजे ने पंडोरा पेपर्स नाम से जो नए खुलासे किए हैं, उनसे सामने आया एक अहम तथ्य यह है कि अमेरिका का दक्षिण डकोटा राज्य भी अब एक ‘टैक्स हेवन’ बन गया है। उसका नाम उन स्थानों में शामिल हो गया है, जहां दुनिया के धनी लोग अवैध या अनैतिक ढंग से अपने धन को लाकर रखते हैं।
क्या है ‘टैक्स हवन’ 
‘टैक्स हेवन’ उन देशों को कहते हैं जहां अन्य देशों की अपेक्षा बहुत कम कर लगता है, या बिल्कुल कर नहीं लगता। ऐसे देशों में कर के अलावा भी बहुत सी गतिविधियां चलतीं हैं। ऐसे देश कर में किसी प्रकार की पारदर्शिता नहीं रखते है और न ही किसी प्रकार की वित्तीय जानकारी को साझा करते हैं। ये देश उन लोगों के लिए स्वर्ग हैं, जो कर चोरी करके पैसा यहां जमा कर देते हैं। 
पैंडोरा पेपर्स में दक्षिण डकोटा का उल्लेख किया गया है क्योंकि कई अमीर लोग राज्य को टैक्स हेवन के रूप में इस्तेमाल करते हैं। दरअसल, पैंडोरा पेपर्स में पहचाने गए 206 अमेरिकी ट्रस्टों में से – जिनके पास एक अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक की संपत्ति है, 81 दक्षिण डकोटा से हैं। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

5 + sixteen =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।