जर्मनी में एक बड़ा दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक पुरूष नर्स पर 2 लोगों की जहरीला इंजेक्शन लगाकर हत्या करने का आरोप लगाया गया है। पुलिस के अनुसार इस नर्स ने लगभग 90 लोगों को जहरीला इंजेक्शन देकर मौत के घाट उतारा है। 40 वर्षीय नील्स होजल को साल 2015 में जर्मनी के ब्रेमेन शहर के डेलमनहॉर्स्ट अस्पताल में 2 मर्डर और 4 हत्याओं के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
बता दे कि नील्स ने 2015 में यह बात कबूल की थी कि उसने अपने दो क्लीनिक में 30 लोगों की हत्या की थी। इस मामले में नील्स अगर नए आरोपों का दोषी पाया जाता है तो वह जर्मनी के इतिहास का सबसे बड़ा सीरियल किलर साबित होगा।
2008 में जर्मनी के एक नर्स नील्स एच को 30 हत्याओं के आरोप में साढ़े सात साल की कैद की सजा सुनाई गई थी। नील्स पर आरोप था कि उन्होंने डेलमेनहॉर्स्ट और ओल्डनबर्ग के अस्पतालों और क्लीनिक में 2001 से 2005 के बीच मरीजों को हृदय संबंधी ड्रग्स का ओवरडोज दिया।
जांचकर्ताओं को इस बात की आशंका थी कि इस मामले में मरने वालों की संख्या और अधिक हो सकती है इसीलिए इस मामले में पिछले तीन साल से छानबीन जारी थी। नई जांच में सामने आया है कि नील्स ने लगभग 84 और लोगों की हत्याएं की थीं।
पुलिस ने शक के आधार पर उन स्थानों पर हुई मौतों की भी जांच की, जहां दस साल के दौरान नील्स की ड्यूटी रही थी। पुलिस ने 1999 से साल 2005 के बीच 130 शवों की जांच की। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच के बाद जो नतीजे सामने आए वह काफी भयानक थे। पुलिस का कहना था कि द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद यह दूसरा मामला था जब जर्मनी में इतनी भयावह तरीके से हत्याएं की गई हो। पुलिस ने बताया कि नील्स ने किस प्रकार से ICU में मरीजों को अपना निशाना बनाया। पुलिस को जांच के दौरान 90 हत्याओं के सुबूत मिल चुके हैं। और अभी भी कुछ मामले अनसुलझे हैं।
नील्स ने माना कि वह मरीजों को इंजेक्शन के जरिए ऐसी दवाईयां देता था जिनसे उनका हार्ट फेल हो जाता था। इसके बाद वह मरीज के मरने तक उसे बचाने की कोशिश का दिखावा करता था और खुद को अपने अन्य सहयोगियों के सामने मरीजों के मसीहा के तौर पर पेश करता था।