रूस और यूक्रेन के बीच आज युद्ध का नौवां दिन है और पुतिन की सेना अभी भी कई शहरों में ताबड़तोड़ हमले कर रहे है। रूस की सेना ने यूरोप के सबसे बड़े नुक्लियर प्लांट पर भारी गोलीबारी की जिससे उसमे भयानक आग लग गई। इस हमले को लेकर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के कार्यालय ने कहा कि यूक्रेन में रूसी सैनिकों द्वारा परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर हमला करने और वहां आग लगने के बाद वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बलुाने का आह्वान करेंगे।जॉनसन के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर रूस के हमले के बाद वहां आग लगने पर जॉनसन ने तड़के यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से बात की। जॉनसन ने कहा है कि वह रूस और अन्य करीब सहयोगियों के समक्ष यह मुद्दा उठाएंगे।
यूरोप की सुरक्षा के लिए खतरा उत्पन्न हो सकता है : बोरिस जॉनसन
जॉनसन के कार्यालय के अनुसार वह और ज़ेलेंस्की इस बात पर सहमत हुए कि रूस को तुरंत हमला करना बंद कर देना चाहिए और आपात सेवाओं को संयंत्र तक निर्बाध पहुंच की अनुमति देनी चाहिए। दोनों इस बात पर भी सहमत हुए कि युद्धविराम आवश्यक है। कार्यालय ने एक बयान में कहा, प्रधानमंत्री ने कहा कि (रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर) पुतिन की लापरवाही भरी कार्रवाई प्रत्यक्ष रूप से पूरे यूरोप की सुरक्षा के लिए खतरा उत्पन्न कर सकती है। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा कि स्थिति और ना बिगड़े।
सेना बंद करें हमला, हटा लेंगे प्रतिबंध : जो बाइडेन
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नुक्लियर प्लांट पर हमले के बाद कहा कि, यदि रूस की सेना अभी भी सारे हमले बंद करदें तो रूस पर लगाए गए सारे प्रतिबंध हटा दिए जाएंगे। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी परमाणु संयंत्र पर हमले के बाद जेलेंस्की से बात की। ट्रूडो ने ट्वीट किया कि रूस के ये हमले अस्वीकार्य हैं और तुरंत रुकने चाहिए। नुक्लियर प्लांट के अलावा रूस की वायुसेना ने भी कई जगह एयर स्ट्राइक की जिससे कई इमारतें नष्ट हो गई। गौरतलब है कि यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र के प्रवक्ता ने बताया है कि दक्षिणी यूक्रेन के एनेर्होदर शहर ने ‘जपोरिजिया परमाणु संयंत्र’ पर रूस के हमला करने के बाद प्रतिष्ठान में आग लग गयी है।