BREAKING NEWS

आज का राशिफल (30 मार्च 2023)◾पाकिस्तान में भुखमरी जैसे हालात: मुफ्त आटा लेना के प्रयास में 11 लोगों की मौत, 60 घायल◾AAP को तत्काल राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दें, संजय सिंह की EC से मांग◾अखिलेश यादव बोले- किसानों को अपमानित और प्रताड़ित कर रही है भाजपा सरकार◾National Anthem Disrespect Case: ममता बनर्जी की बढ़ी मुश्किलें, कोर्ट ने पुलिस को दिए जांच के निर्देश◾हरियाणा सरकार का बड़ा फैसला, फसल बीमा न कराने वाले किसानों को भी मिलेगा हर्जाना ◾30 मार्च को उत्तराखंड का दौरा करेंगे गृहमंत्री अमित शाह, इन कार्यक्रमों में होंगे शामिल ◾CM केजरावाल ने कहा- PM मोदी जब प्रधानमंत्री नहीं रहेंगे तब पूरा देश होगा भष्ट्राचार मुक्त◾राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा- स्वस्थ लोकतंत्र के लिए सही जानकारी आक्सीजन के समान◾कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. शमा मोहम्मद ने केंद्र पर बोला हमला, कहा- मोदी ने 'परम मित्र' अडानी को बचाने के लिए लोकतंत्र को पहुंचाया नुकसान ◾कुरान जलाने पर हुआ हंगामा, इस्लामिक देशों में दिखा गुस्सा, जानिए पूरा मामला ◾‘जिस क्षण राजनीति और धर्म...’ , हेट स्पीच पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कही ये बड़ी बात ◾सावरकर विवाद पर मतभेदों को खत्म के लिए राहुल और संजय राउत बीच हुई बैठक◾नीतीश कुमार ने किया PM मोदी पर कटाक्ष, कहा- कोई काम नहीं हो रहा, केवल प्रचार हो रहा◾ओडिशा के झारसुगुडा विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए 10 मई को डाले जाएंगे वोट◾आदिपुरुष फिल्म पर सैफ अली खान और कृति सेनन सहित 10 के खिलाफ कोर्ट का नोटिस◾प्रह्लाद जोशी ने किया दावा, कर्नाटक विधानसभा चुनाव में BJP की दूसरी बार बहुमत के साथ बनेगी सरकार◾Google vs CCI: गूगल को बड़ा झटका, NCLAT ने 1337.76 करोड़ रुपये के जुर्माने को बरकरार रखा◾CM योगी ने कहा- गरीबी और कमजोरों को उजाड़ने वाले नहीं जाए बख्शे◾जब अतीक कोर्ट में बोला- जेल में बंद आदमी से पिस्टल क्यों मंगवाऊंगा, मेरे पास उससे अच्छी पिस्टल थी◾

कनाडा: Elon Musk ने कनाडा के PM जस्टिन ट्रूडो को बताया हिटलर, बाद में डिलीट किया ट्वीट

दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने एक ट्वीट कर बवाल खड़ा कर दिया है। दरअसल उन्होंने अपने ट्वीट में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की तुलना जर्मनी के शासक और तानाशाह एडॉल्फ हिटलर से कर दी थी। हालांकि उन्होंने बाद में बिना कुछ कहे इसे डिलीट कर दिया। दरअसल, मस्क ने ट्रूडो की तुलना हिटलर से करते हुए मीम ट्वीट किया था जिसमें कहा गया, ‘मेरी तुलना जस्टिन ट्रूडो से करना बंद करो। मेरे पास बजट था।एलन मस्क ने ये ट्वीट बुधवार को किया था। उन्होंने ये ट्वीट ट्रकर्स के प्रोटेस्ट को समर्थन देने में किया था। उनके इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर काफी हंगामा हुआ, जिसके बाद गुरुवार को उन्होंने बिना कुछ बताए अपना यह ट्वीट डिलीट कर दिया।

दरअसल टेस्ला के चीफ एग्जिक्यूटिव एलन मस्क ने जनवरी में भी कनाडा के ट्रकर्स के सपोर्ट में ट्वीट किया था। तब ट्रकर्स ने कनाडा सरकार की हेल्थ पॉलिसी के विरोध में बंद का ऐलान किया था और प्रोटेस्ट कर रहे थे।इसके बाद अब बुधवार को मस्क ने इन्हीं के सपोर्ट में फिर एक ट्वीट किया। इस बार उन्होंने एक मीम फोटो शेयर किया। उस मीम में हिटलर की फोटो थी और उस पर लिखा था कि ‘मेरी तुलना जस्टिन टूड सो करना बंद करो’। नीचे लिखा था I had a Budget।बाद में यह मुद्दा बड़ा हो गया और यह ट्वीट यूएस सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमिशन में भी आया।

ट्वीट को लेकर बवाल

मस्क के इस ट्वीट को लेकर बड़ी संख्या में लोग उनकी आलोचना कर रहे हैं।  कुछ लोगों ने इस गलती के लिए मस्क को सजा देने की मांग की है। कई लोग इसकी आलोचना कर रहे हैं। अमेरिकी जेविश कमिटी ने भी इस काम की आलोचना की है और मस्क से माफी मांगने को कहा है।बता दें, कनाडा की सरकार आंदोलनकारियों पर थर्ड डिग्री का इस्तेमाल कर रही है और दर्जनों ट्रक ड्राइवर्स को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं, सरकार ने आंदोलन को बर्बर तरीके से कुचलने के लिए सेना को भी बुलाने के संकेत दिए हैं. इसके बाद एलन मस्क का ये हिटलर वाला ट्वीट सामने आया है।

संसद में पीएम ट्रूडो के ‘इमरजेंसी एक्ट’ लागू करने के फैसले

कनाडा में करीब 50 सालों के बाद प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आंदोलन से घबराकर ‘इमरजेंसी एक्ट’ को एक्टिव कर दिया है और इस कानून के तहत देश के प्रधानमंत्री के पास असाधारण शक्तियां आ जाती हैं और इस कानून के मुताबिक, प्रधानमंत्री के आदेश पर बगैर किसी जांच या सबूत के किसी भी शख्स की गिरफ्तारी की जा सकती है, उसके बैंक अकाउंट्स को बंद किया जा सकता है, उसकी संपत्ति को जब्त किया जा सकता है। हालांकि, पीएम ट्रूडो को अपने इस फैसले के लिए संसद में कड़े विरोध का सामना कर पड़ रहा है। गुरुवार को कनाडा की संसद में पीएम ट्रूडो के ‘इमरजेंसी एक्ट’ लागू करने के फैसले का भारी विरोध किया गया और जब संसद में कानून को पेश किया गया।