चीन में कोरोना थमने का नाम नहीं ले रहा है। जहाँ हाल ही में कोरोना का ब्लास्ट कई जगह पर हुआ जिसकी वजह से स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं।
चीन में हटाई गई ज़ीरो कोविड पॉलिसी
ज़ीरो कोविड पॉलिसी हटाए जाने के बाद चीन में अफ़रा तफ़री मच गई है।चीन में एक बार फिर कोरोना डराने लगा है। राजधानी बीजिंग समेत कई राज्यों में कोरोना के मामलों में उछाल देखा जा रहा है। चीन के सबसे बड़े शहर शंघाई के स्कूलों में अब ऑनलाइन क्लास चलाने का आदेश दिया गया है। साथ ही नर्सरी और चाइल्ड केयर सेंटर को भी सोमवार से बंद करने का आदेश है। चीन की 'जीरो कोविड पॉलिसी' के विरोध में देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे थे। इसके चलते सरकार ने प्रतिबंधों में कुछ ढील दी थी, उसके बाद से चीन में कोरोना फिर से बेकाबू हो गया है।
जिनपिंग प्रशासन की बढ़ी चिंताएं
सख्त लॉकडाउन के उपायों में ढील देने से चीन में कोरोना के उछाल ने जिनपिंग प्रशासन की चिंताएं बढ़ा दी हैं। देश में कोरोना की टेस्टिंग और रिपोर्ट सिस्टम में हुए अहम बदलाव ने अब यह जानना मुश्किल भी कर दिया है कि वायरस कितना घातक हो गया है। शंघाई शहर के एक स्थानीय अधिकारी ने बताया, "कोरोना मरीजों के इलाज के लिए शहर में दो लाख 30 हजार अतिरिक्त बेड का इंतजाम किया गया है। शहर में स्कूलों को बंद कर दिया गया है। ज्यादातर शिक्षक और कर्मचारी कोरोना के चलते बीमार चल रहे हैं।
चीन में बनी हुई है चिंताजनक माहौल
इस पर सरकार के अधिकारियों का कहना है कि मौजूदा कोरोना वायरस से निपटने व रोकथाम के लिए शिक्षकों और छात्रों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए बेहतर उपाय किए जा रहे हैं। वहीं, विशेषज्ञों का मानना है कि चीन की जीरो कोविड पॉलिसी में हुए सुधार के बाद कोरोना के मामलों में विस्फोट हुआ है। कोरोना के मामलों में उछाल के चलते बड़ी संख्या में लोग घर पर आइसोलेट हैं। घर पर ही अपना इलाज करा रहे हैं।अब देखने वाली बात यह होगी की कोरोना पर लगाम कबतक लग पाता है फ़िलहाल चीन में कोरोना को लेकर चिंताजनक माहौल बनी हुई है।