भारत और चीन के मध्य जारी तनाव के बेच ड्रैगन ने बॉर्डर पर मशीन गन से लैस रॉबर्ट्स को तैनात किया है। चीन ने जवानों को हाड़कंपा देने वाली ठंड से बचाने और मोर्चे पर मुस्तैदी बढ़ाने के मकसद से यह फैसला लिया है। मशीन गन से लैस रॉबर्ट्स तिब्बत के ऊंचाई वाले इलाकों में गश्त कर रहे हैं।
रॉबर्ट्स को वायरलेस तरीके से कंट्रोल किया जा सकता है, जो एक हल्की मशीनगन से लैस है। मानव रहित डिलीवरी ट्रक के रूप में हथियारों से लैस मुले-200 वाहनों के उदाहरण हैं। चीन अब MUL-200 मानव रहित वाहनों के साथ सैनिकों की आपूर्ति कर रहा है, जबकि अपनी सेना को बंदूकें भी दे रहा है।
चीन में पत्रकारों की गिरफ्तारी के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री का बयान, पत्रकारिता करना देशद्रोह नहीं
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सर्दियों के वक्त चीनी सेना को बॉर्डर पर टिके रहने पर काफी दिक्कतें आती हैं। इसीलिए बॉर्डर पर रोबोट सेना की तैनाती की जा रही है। चीन ने मानव रहित वाहनों के पूरक के लिए 70 VP-22 बख्तरबंद सैन्य वाहन भी बॉर्डर के पास भेजे हैं।
कुल 150 लिंक्स ऑल-टेरेन वाहनों को सीमा पर भेजा गया है। लिंक्स को सेनाओं की एक विस्तृत श्रृंखला द्वारा नियोजित किया जाता है और अक्सर सैनिकों को ले जाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसका इस्तेमाल हॉवित्जर, भारी मशीनगन, मोर्टार और मिसाइल लांचर जैसे कई तरह के आर्म सिस्टम को तैनात करने के लिए भी किया जाता है।