चीन के विदेश मंत्री वांग यी 21 दिसंबर से भारत की चार दिवसीय यात्रा पर आ रहे हैं। यी वुहान में इस वर्ष की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच सहमत ‘पीपुल-टू-पीपुल’ आदान-प्रदान पहल में भाग लेने आ रहे हैं। डोकलाम में पिछले वर्ष दोनों देशों की सेनाओं के आमने-सामने आ जाने से उत्पन्न तनाव के बाद, दोनों देश में दूरियां कम हुईं हैं और प्रतिबद्धता जताई है कि सीमा विवाद का असर उनके द्विपक्षीय संबंध पर नहीं पड़ेगा।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने कहा, ‘भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निमंत्रण पर, चीन के स्टेट काउंसलर और विदेश मंत्री वांग यी 21 दिसंबर से 24 दिसंबर तक भारत का दौरा करेंगे और पहले भारत-चीन ‘पीपुल टू पीपुल मेकेनिज्म’ की अध्यक्षता करेंगे।’ यह फोरम अप्रैल में इस वर्ष चीनी शहर वुहान में मोदी-शी की मुलाकात का नतीजा है। दोनों देशों ने वुहान सम्मेलन के बाद अपने संबंधों को आगे बढ़ाया है। वांग मौजूदा वैश्विक स्थिति में, खासकर अमेरिका के साथ व्यापार युद्ध के समय, अन्य नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं।