चीन का मंगल मिशन पहली बार खुले तौर पर लोगों की नजर में आया। हपेइ प्रांत के ह्वैलाई क्षेत्र में इस संबंध में लैंडर हॉवरिंग बाधा बचाव परीक्षण किया गया।
योजनानुसार चीन का पहला मंगल अन्वेषण मिशन वर्ष 2020 में लांच किया जाएगा। इसका लक्ष्य यह है कि एक बार के प्रक्षेपण से मंगल ग्रह के आसपास लैंडिंग टूर की जा सकेगी। साथ ही मंगल ग्रह का वैश्विक व्यापक अन्वेषण किया जा सकेगा। उन के अलावा मंगल की सतह पर कुछ महत्वपूर्ण क्षेत्रों का ध्यान से निगरानी व अन्वेषण किया जाएगा।
इस बार लैंडर हॉवरिंग बाधा बचाव परीक्षण एशिया में सब से बड़े आकाशीय लैंडिंग परीक्षण स्थल में किया गया। वहां मंगल ग्रह के गुरुत्वाकर्षण के वातावरण का अनुकरण किया गया है।
चीनी राष्ट्रीय अंतरिक्ष ब्यूरो ने फ्ऱांस, इटली, ब्राजील आदि 19 देशों के राजदूतों, और यूरोपीय संघ, चीन स्थित अफ्ऱीकी संघ, एशिया-प्रशांत अंतरिक्ष सहयोग संगठन के प्रतिनिधियों और मीडिया के संवाददाताओं समेत लगभग 70 लोगों को इस परीक्षण को देखने के लिए आमंत्रित किया।