चीनी सेना ने लड़ाकू विमानों, पनडुब्बी रोधी विमानों और लड़ाकू जहाजों के साथ मंगलवार को ताइवान के निकट सैन्य अभ्यास किया। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने कहा कि यह अभ्यास चीन की संप्रभुता की रक्षा के लिए आवश्यक था। चीन ने स्वशासित ताइवान के आसपास सैन्य अभ्यास तेज कर दिया है जिसे वह अपना क्षेत्र मानता है।
पूर्वी थिएटर कमान के प्रवक्ता शी यी ने एक बयान में कहा कि हाल में अमेरिका-ताइवान के उकसावे ने चीनी संप्रभुता का गंभीर उल्लंघन किया है। यह अभ्यास ताइवान के दक्षिण-पश्चिमी और दक्षिण-पूर्वी जल क्षेत्र के पास आयोजित किया गया।ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उसने समुद्र और हवा की स्थिति को पूरी तरह से समझ लिया है और वह हर तरह से जवाब देने के लिए तैयार है। चीन ने जून में ताइवान की ओर रिकॉर्ड 28 लड़ाकू विमान उड़ाए थे। पिछले हफ्ते, अमेरिका और ताइवान के तटरक्षकों के अधिकारियों ने सहयोग और संचार में सुधार पर चर्चा करने के लिए मुलाकात की थी।
गौरतलब है कि ताइवान पर 1949 से चीन का शासन है। चीन द्वीप को अपने प्रांत के रूप में देखता है, जबकि अपनी लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार वाले क्षेत्र ताइवान का कहना है कि वह एक स्वायत्त देश है और उसका कई अन्य देशों के साथ राजनीतिक और आर्थिक संबंध हैं जो उसकी संप्रभुता को मान्यता देते हैं। चीन उसकी स्वतंत्रता से मुखर रूप से इनकार करता है क्योंकि वह खुद को हर जगह चीनी लोगों का एकमात्र वैध राजनीतिक प्रतिनिधि मानता है।