पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त में अल्पसंख्यक समुदाय के कई धार्मिक स्थलों की मीनारों को ध्वस्त कर दिया, उन्होंने आरोप लगाया कि ये मीनारें एक मुस्लिम मस्जिद का प्रतीक हैं इसलिए चरमपंथी लोग हमले हो रहे हैं।
धार्मिक स्थलों की मीनारों पर किए जा रहे हमले
यह हमला बहावलपुर, शेखुपुरा और बहावलनगर में किया गया। अहमदी धार्मिक स्थलों की मीनारों की पहचान मुस्लिम मस्जिद से करते हुए, तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के कार्यकर्ताओं ने पंजाब के शेखूपुरा, बहावलनगर और बहावलपुर जिलों में तीन अहमदी पूजा स्थलों पर धावा बोल दिया और पिछले कुछ वर्षों के दौरान उनकी मीनारों को ध्वस्त कर दिया।
समुदाय के लोगो ने कोर्ट के निर्णय का किया जिक्र
बता दें कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यंकों पर लगातार हमले हो रहे हैं, समुदाय के लोगो में लगातर डर की भावना बनी हुई है। समुदाय के लोगो का कहना है कि हाल ही में लाहौर उच्च न्यायलय ने एक फैसला सुनाते हुए कहा कि जिन धार्मिक स्थलों में 1984 से पहले बने, मीनारें बनाई गयीं, उसमें किसी बदलाव की जरूरत नहीं है क्योंकि ये सभी वास्तुकला का हिस्सा हैं