दुनियाभर में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। कोरोना महामारी को फैले हुए लगभग 3 महीने से भी ज्यादा समय हो चुका है, भारत समेत कई देशों ने विदेश में रह रहे अपने लोगों को वापस स्वदेश लाने की शुरुआत कर दी थी। मगर पाकिस्तान विदेशों से अपने देश के नागरिकों को वापस लाने में ढील दे रहा था। मगर अब मामले को बढ़ता देख पाकिस्तान एक्शन में आ गया है। कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर विभिन्न देशों में उड़ानों के बाधित होने और यात्रा प्रतिबंधों के बीच पाकिस्तान ने विदेशों में फंसे अपने नागरिकों को वापस लाने की कवायद शुरू कर दी है।
पाकिस्तान शनिवार से एक उड़ान कार्यक्रम शुरू कर रहा है, जो कि एक सप्ताह तक चलेगा। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि 4 से 11 अप्रैल के बीच कुल 17 उड़ान भरी जाएगी और दूसरे देशों से पाकिस्तानियों को वापस लाया जाएगा। कोविड-19 महामारी पर राष्ट्रीय समन्वय समिति द्वारा अनुमोदित योजना के तहत चरणबद्ध प्रत्यावर्तन (देश वापसी) किया जाएगा।
इस कार्यक्रम में तहत लोगों को प्राथमिकता के आधार पर निकालना शुरू किया जाएगा। कुरैशी ने कहा कि इनमें सबसे पहले ट्रांजिट में फंसे लोगों और जिनका वीजा खत्म होने वाला है, उन्हें निकाला जाएगा। इसके बाद विदेशों में काम करने वाले या अध्ययन करने वाले पाकिस्तानी प्राथमिकता सूची में तीसरे स्थान पर होंगे।
उन्होंने कहा कि सभी लौटने वाले यात्रियों का हवाई अड्डों पर ही कोरोना वायरस परीक्षण किया जाएगा। इसके साथ ही लोगों को एकांतवास में रखने की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। विदेश कार्यालय की प्रवक्ता आयशा फारूकी ने कहा कि पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस ने सऊदी अरब, दुबई, कतर और थाईलैंड से फंसे हुए पाकिस्तानियों को वापस लाने के लिए विशेष उड़ानें संचालित की है। पाकिस्तान में अब तक 2,441 लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। यहां संक्रमण से 35 लोग अपनी जान गवां चुके हैं।