श्रीलंका में रविवार को ईस्टर के मौके पर हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों में मृतकों की संख्या बढ़कर 290 हो गई है। पुलिस प्रवक्ता रुवान गुनसेकरा ने सोमवार को यह कहा। रिपोर्ट में दिए गए आंकड़ों के मुताबिक इन विस्फोटों में 500 लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने बताया कि हमले में मारे गए विदेशियों में कम से कम छह भारतीय नागरिकों के शामिल होने की खबर है। साथ ही, पुलिस प्रवक्ता ने इस मामले में अब तक 24 संदिग्धों को गिरफ्तार किये जाने की पुष्टि की है।
रविवार को मृतकों का आंकड़ा 207 था, लेकिन कुछ और शव मिलने और कई अन्य घायलों के दम तोड़ने के कारण संख्या बढ़कर 290 हो गई है। वही, कोलंबो के मुख्य हवाईअड्डे के पास से बरामद पाइप बम को श्रीलंकाई वायु सेना ने सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया।
पुलिस के एक सूत्र ने ‘एएफपी’ को बताया कि देशी पाइप बम रविवार देर रात मुख्य टर्मिनल की ओर जाने वाली सड़क से बरामद किया गया था। ईस्टर पर सिलसिलेवार बम धमाकों के बाद भारी सुरक्षा के साथ यह मार्ग खुला था। सूत्र ने कहा, ”वह एक देशी बम था, जिसमें विस्फोटक पाइप में भरे थे।”
वायुसेना के प्रवक्ता ग्रुप कैप्टन गिहान सेनेपविरत्ने ने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि आईडी स्थानीय स्तर पर बनाया गया था। वायुसेना के एक प्रवक्ता ने कहा, ”यह छह फुट लंबा एक देशी पाइप बम था, जो सड़क के किनारे बरामद हुआ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हमने उसे हटाकर सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया।”
कोलंबो हवाई अड्डे पर अस्त-व्यस्त सा माहौल था क्योंकि श्रीलंका पहुंचे यात्रियों को वहां खुले एकमात्र टैक्सी काउंटर पर लंबी कतार में लगना पड़ा। वे अपडेट के लिए टीवी स्क्रीन पर नजरें गड़ाए थे। वही, सरकार द्वारा राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू लगाने के बाद सड़कें सुनसान हैं और गलत जानकारी फैलने से रोकने के लिए सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर रोक लगा दी लगा दी गई है। बम मिलने से उड़ाने प्रभावित हुई हैं।
श्रीलंका की सरकारी विमान कम्पनी (श्रीलंकन) ने यात्रियों को भण्डारनायके अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर कड़ी सुरक्षा के कारण प्रस्थान से कम से कम चार घंटे पहले चेक-इन काउंटरों पर पहुंचने को कहा है। गौरतलब है कि करीब एक दशक पहले देश में समाप्त हुए गृह युद्ध के बाद यह सबसे हिंसक घटना है।