रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में रक्षा और सुरक्षा 2019 के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए। यहां उन्होंने भारत के रक्षा और सुरक्षा-2019 के पवेलियन का उद्घाटन किया। राजनाथ सिंह ने रक्षा और सुरक्षा-2019 की एग्जीबिशन में इंडिया राइजिंग’ सेमिनार को संबोधित किया।
उन्होंने यहां के व्यापारिक समुदाय मेक इन इंडिया से अवगत कराया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा, यह निश्चित रूप से भारत में निवेश करने और व्यापार करने का सही समय है। 2024 तक 5 मिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का एहसास करने के लिए ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत रक्षा क्षेत्र को एक प्रमुख क्षेत्र के रूप में पहचाना गया है।
भारत 2014-18 के दौरान हथियारों का दूसरा सबसे बड़ा आयातक है, जिसका कुल विश्व आयात का 9.5% हिस्सा है। उन्होंने कहा, भारत के बजट 2019-20 में रक्षा के लिए आवंटन 60 बिलियन यूएस डॉलर के आसपास है। लगभग 65% भागों, घटकों, मौजूदा प्रणालियों के उप-प्रणालियों को नाजुक बना दिया गया है, भारत अब उनका निर्माण कर सकता है और लगभग 3 बिलियन डॉलर मूल्य की रक्षा वस्तुएं घरेलू प्राइवेट सेक्टर द्वारा निर्मित की जा रही हैं।
राजनाथ सिंह ने कहा की रक्षा उत्पादन नीति 2018 के मसौदे ने 2025 तक रक्षा निर्यात में 5 बिलियन अमेरिकी डॉलर का लक्ष्य रखा था। हालांकि लक्ष्य महत्वाकांक्षी है, यह जानना उत्साहजनक है कि भारत का रक्षा निर्यात पिछले 2 वर्षों में लगभग 6 गुना बढ़ गया है। भारत सरकार 2025 तक 26 बिलियन अमेरिकी डॉलर का रक्षा उद्योग हासिल करने की दिशा में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।