कोरोना संकट से बुरी तरह प्रभावित अमेरिका में इस वक्त भीषण प्रदर्शन, हंगामा और हिंसा जारी है। देश में अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की मौत को लेकर जनता में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। प्रदर्शनकारी लोगों ने पुलिस की गाड़ियों, इमारतों में आग लगा दी और दुकानों में जमकर लूटपाट की।
जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के विरोध में चल रहे प्रदर्शनों की आंच शनिवार को न्यूयॉर्क से लेकर टुल्सा और लॉस एंजिलिस तक फैल गई। मिन्नेसोटा और जॉर्जिया राज्य में तो इमरजेंसी का ऐलान करना पड़ा। मिनीपोलिस में शुरू हुए प्रदर्शन ने शहर के कई हिस्सों में जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया, इसमें इमारतों को जला दिया और दुकानों में लूटपाट की गई।
क्या है प्रदर्शन के पीछे की वजह?
मिनीपोलिस में इस सप्ताह तब प्रदर्शन भड़क उठे जब एक वीडियो में पुलिस अधिकारी को 8 मिनट से अधिक समय तक घुटने से फ्लॉयड की गर्दन दबाते हुए देखा गया। बाद में चोटों के कारण फ्लॉयड की मौत हो गई। अश्वेत फ्लॉयड को एक दुकान में नकली बिल का इस्तेमाल करने के संदेह में गिरफ्तार किया गया था।
व्हाइट हाउस के बाहर लोगों ने की नारेबाजी
वाशिंगटन में बड़ी संख्या में लोग व्हाइट हाउस के बाहर एकत्रित होकर नारेबाजी करने लगे। स्पेसएक्स रॉकेट के प्रक्षेपण के लिए शनिवार को ज्यादातर समय फ्लोरिडा में बिताने वाले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प हेलीकॉप्टर से अपने आवास पहुंचे और पत्रकारों से बिना बात किए बगैर भीतर चले गए।
फिलाडेल्फिया में शांतिपूर्ण प्रदर्शन ने उग्र रूप से लिया जिसमें कम से कम 13 अधिकारी घायल हो गए और कम से कम चार पुलिस वाहनों को फूंक दिया गया। ओक्लाहोमा में ग्रीनवुड डिस्ट्रिक्ट ऑफ टुल्सा में प्रदर्शनकारियों ने रास्तों को अवरुद्ध कर दिया। फ्लोरिडा के टाल्हासी में शनिवार को प्रदर्शनकारियों की भीड़ में एक पिकअप ट्रक घुस गया जिससे लोगों में भगदड़ मच गई। हालांकि एक बड़ा हादसा टल गया।
12 से अधिक प्रमुख शहरों में लगा कर्फ्यू
देशभर में 12 से अधिक प्रमुख शहरों में रातभर कर्फ्यू लगाया गया। लोगों को अटलांटा, डेनवर, लॉस एंजिलिस, सिएटल और मिनीपोलिस की सड़कों से दूर रहने के लिए कहा गया जहां कर्फ्यू का उल्लंघन कर हजारों लोग शुक्रवार रात को जमा हुए थे। गुरुवार से लेकर अब तक 17 शहरों में 1,400 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।