तेजी से पुनरुद्धार के लिए देशों के बीच तत्काल समन्वित कार्रवाई की जरूरत
है। उन्होंने कहा कि, भविष्य में किसी झटके का मुकाबला करने के लिए भी इस दिशा में तत्काल कदम उठाना जरूरी है। वित्त मंत्रालय ने कहा कि, सीतारमण ने ईएमई के लिए आर्थिक दृष्टिकोण, जोखिम और निकट अवधि की चुनौतियों पर अपनी बात रखी। इस दौरान उन्होंने खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा तथा वैश्विक वित्तीय स्थितियों का खासतौर से जिक्र किया।
आरबीआई गवर्नर भी रहें मौजूद
जी20 उभरती बाजार अर्थव्यवस्थाओं (ईएमई) की बैठक का आयोजन आईएमएफ ने किया। इस मौके पर वित्त मंत्री ने कहा कि, न केवल महामारी से तेजी से उबरने के लिए बल्कि भविष्य के झटकों का मुकाबला करने के लिए भी सभी देशों द्वारा समन्वित कार्रवाई की तत्काल आवश्यकता है। वित्त मंत्रालय ने ट्वीट किया, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास आज वाशिंगटन में आईएमएफ द्वारा आयोजित जी20 उभरती बाजार अर्थव्यवस्थाओं की बैठक में शामिल हुए।
Union Finance Minister Smt. @nsitharaman & Shri @DasShaktikanta @RBI attend the #G20 Emerging Market Economies #EMEs meeting organised by @IMFNews in Washington D.C., today, on the sidelines of the upcoming #G20 Finance Ministers and Central Bank Governors Meeting #FMCBG. (1/4) pic.twitter.com/GMdPK4KuC9
— Ministry of Finance (@FinMinIndia) April 20, 2022
सीतारमण ने इन मुद्दों पर भी रखे विचार
यह बैठक जी20 देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की बैठक से पहले हुई। वित्त मंत्रालय ने आगे कहा, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ईएमई के लिए आर्थिक परिदृश्य, जोखिमों और निकट-अवधि की नीतिगत चुनौतियों, जैसे खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, तथा वैश्विक वित्तीय स्थितियों पर अपने विचार रखे। आईएमएफ और विश्व बैंक की वार्षिक वसंत बैठकों के लिए सीतारमण सोमवार को वाशिंगटन पहुंचीं थीं।