अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने सोमवार को दूसरे कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण के दौरान काबुल में कई धमाके और फायरिंग हुई। धमाके और फायरिंग से लोगों में हलचल मच गई। अशरफ गनी के प्रतिद्वंद्वी अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने भी समानांतर रूप से राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली।
इससे तालिबान के साथ शांति वार्ता से पहले देश में राजनीतिक संकट गहरा गया है। गनी ने शपथ ग्रहण समारोह में कहा, ‘‘ मैं अल्लाह के नाम पर शपथ लेता हूं कि मैं पवित्र इस्लाम धर्म का पालन और उसकी रक्षा करूंगा। मैं संविधान का सम्मान, उसकी निगरानी और उसे लागू करूंगा।’’
गनी ने विदेशी मेहमानों, राजनयिकों और वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में एक शपथ ग्रहण समारोह में शपथ ली। अफगानिस्तान में अशरफ गनी और अब्दुल्ला अब्दुल्ला पुराने प्रतिद्वंद्वी हैं। पिछली सरकार में राष्ट्रपति गनी के साथ अब्दुल्ला को मुख्य कार्यकारी बनाकर सत्ता में साझीदार बनाया गया था। अब्दुल्ला पूर्व में विदेश मंत्री भी रह चुके हैं, लेकिन चुनाव के बाद फिर से दोनों के हितों में टकराव शुरू हो गया है।