कर्नाटक की रश्मि सावंत ने कभी सोचा न था कि पिछले बरस जनवरी में वह दुनिया के जिस प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान में दाखिले के लिए आवेदन कर रही थी, इस वर्ष फरवरी में वह उसी संस्थान के छात्र संघ का चुनाव जीतकर खबरों का हिस्सा बन जाएगी। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन की अध्यक्ष चुनीं गईं रश्मि सामंत इस पद को पाने वाली पहली भारतीय महिला बन गई है। रश्मि सामंत यूनिवर्सिटी के लिनाक्रे कॉलेज से ऊर्जा प्रणाली विषय पर एमएससी कर रही है। इस हफ्ते की शुरुआत में हुए चुनाव में उन्होंने 3,708 मतों में से 1,966 मत हासिल कर शानदार जीत दर्ज की।
रश्मि सावंत का कहना है कि विदेश में पढ़ाई करने के इच्छुक छात्र-छात्राओं को अपने लक्ष्य को पहचानने के बाद उसपर से अपना ध्यान भटकने नहीं देना चाहिए और पूरी शिद्दत से उसे पाने की कोशिश में लग जाना चाहिए, लेकिन उसके लिए सब कुछ त्याग देने और 24 घंटे पढ़ाई करते रहना भी सही नहीं है। रश्मि का मानना है कि अपनी रूचि की तमाम गतिविधियों में हिस्सा लेना और जीवन के हर क्षेत्र में कुछ बेहतर करने की चाह रखना आपको अपनी मंजिल के करीब ले जाता है।
रश्मि के पिता दिनेश सावंत उडुपी के नजदीक परकाला में अपना कारोबार करते है, जबकि मां वत्सला सावंत गृहिणी है। रश्मि की प्रारंभिक शिक्षा मणिपाल और उडुपी में ही हुई और उन्होंने 2016-2020 के बीच एमआईटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया। इस दौरान वह छात्र परिषद की तकनीकी सचिव रहीं और मणिपाल हैकेथान की शुरुआत में उनका बड़ा योगदान रहा, जिसमें सामाजिक चुनौतियों से निपटने के लिए डिजिटल समाधान की हिमायत की गई है।
ऑक्सफोर्ड यूनीवर्सिटी के लिनाकर कॉलेज में एनर्जी सिस्टम्स में एमएससी की पढ़ाई कर रही रश्मि ने छात्र हित को सर्वोपरि रखते हुए अपना प्रचार अभियान चलाया और उन्हें जितने वोट मिले उनके तीन प्रतिद्वंद्वी मिलकर भी उतने वोट हासिल नहीं कर पाए।