मालदीव के राष्ट्रपति ने शुक्रवार को कहा कि जिस विस्फोट में पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद घायल हुए वह देश के लोकतंत्र और अर्थव्यवस्था पर हमला है और उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई पुलिस जांच में मदद करेगी। पुलिस ने बताया कि नशीद को अपने घर के निकट हुए एक धमाके में घायल हो गए और राजधानी माले के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। गृह मंत्री इमरान अब्दुल्ला ने स्थानीय टीवी चैनल को बताया को नशीद को जानलेवा चोट नहीं आई है।
वह संसद के मौजूदा अध्यक्ष हैं और 2008 से 2012 तक मालदीव के लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित पहले राष्ट्रपति रहे। राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने शुक्रवार को टेलीविजन पर अपने संबोधन में कहा कि ऑस्ट्रेलियाई संघीय पुलिस जांचकर्ता शनिवार को हिंद महासागर के इस द्वीप पर पहुंच जाएंगे। न तो सोलिह और न ही पुलिस ने इस हमले के बारे में और जानकारियां दी और किसी ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है। सोशल मीडिया पर चल रही तस्वीरों में घटनास्थल पर एक क्षतिग्रस्त मोटरसाइकिल दिख रही है।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक ट्वीट कर इस विस्फोट को नशीद पर हमला बताया। जयशंकर ने कहा, ‘‘उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। मैं जानता हूं कि वह कभी भी नहीं डरेंगे।’’ नशीद 2008 से 2012 तक मालदीव के राष्ट्रपति थे। इसके बाद हुए राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था और जेल की सजा मिलने के बाद उन्हें 2018 तक चुनाव लड़ने के अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
Deeply concerned at the attack on Speaker @MohamedNasheed. Wish him a speedy recovery. Know that he will never be intimidated.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) May 6, 2021
उनकी पार्टी के साथी इब्राहिम सोलिह को 2018 के राष्ट्रपति चुनाव में जीत मिली थी। नशीद (53) को 2019 में संसद का अध्यक्ष चुना गया और वह देश के प्रभावशाली राजनीतिक व्यक्ति बने रहे। मालदीव को अपने लग्जरी रिजॉर्ट्स के लिए जाना जाता है। माले में 2007 में एक पार्क में हुए विस्फोट में 12 विदेशी पर्यटक घायल हो गए थे।