विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला दो दिवसीय यात्रा पर मंगलवार को बांग्लादेश पहुंचे । विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बांग्लादेश में भारतीय उच्चायोग के हवाले से ट्वीट किया कि विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला की बांग्लादेश में उनके समकक्ष मसूद बिन मोमीन ने ढाका में आगवानी की ।
द्विपक्षीय संबंधों के विविध आयामों पर चर्चा होगी
मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि उनकी इस यात्रा के दौरान द्विपक्षीय संबंधों के विविध आयामों पर चर्चा होगी तथा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की आगामी बांग्लादेश यात्रा की तैयारी में मदद मिलेगी।इसमें कहा गया है कि अपनी यात्रा के दौरान श्रृंगला अपने समकक्ष मसूद बिन मोमीन से मिलेंगे । श्रृंगला का बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और विदेश मंत्री ए के अब्दुल मोमीन से मिलने का भी कार्यक्रम है।
भारत और बांग्लादेश के संबंधों में ‘पड़ोस प्रथम’ की नीति सबसे मजबूत स्तम्भ है
श्रृंगला बांग्लादेश के सड़क परिवहन, पुल मंत्री तथा आवामी लीग के महासचिव ओबैदुल कादर से भी भेंट करेंगे ।विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, भारत और बांग्लादेश के संबंधों में ‘पड़ोस प्रथम’ की नीति सबसे मजबूत स्तम्भ है । इस खास वर्ष में दोनों देश संयुक्त रूप से राजनयिक संबंधों की स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने का उत्सव मना रहे हैं ।इसमें कहा गया है कि विदेश सचिव की बांग्लादेश यात्रा से दोनों देशों के बीच विविध विषयों पर व्यापक सहयोग की समीक्षा करने का अवसर मिलेगा ।उल्लेखनीय है कि वर्ष 1971 में भारत द्वार बांग्लादेश को मान्यता देने के अवसर पर छह दिसंबर को ‘मैत्री दिवस’ मनाया जाता है।
इससे पहले, विदेश मंत्रालय ने सोमवार को बताया था कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बांग्लादेश के 50वें विजय दिवस समारोहों में शरीक होने के लिए 15 से 17 दिसंबर तक इस पड़ोसी देश की राजकीय यात्रा पर जायेंगे।मंत्रालय ने कहा था कि कोविंद, यात्रा के दौरान अपने बांग्लादेशी समकक्ष अब्दुल हामिद के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की एक बैठक करेंगे।
रामनाथ कोविंद बांग्लादेश की करेंगे राजकीय यात्रा
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और विदेश मंत्री ए के अब्दुल मोमिन राष्ट्रपति कोविंद से अलग-अलग मुलाकात करेंगे।विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा था, ‘‘बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद के न्योते पर भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बांग्लादेश के 50वें विजय दिवस में शरीक होने के लिए 15 से 17 दिसंबर तक वहां की राजकीय यात्रा करेंगे।’’