पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और उनकी बहन फरयाल तालपुर पर फर्जी खाता मामले में चार अक्टूबर को आरोप तय किए जाएंगे। पाकिस्तान की एक जवाबदेही कोर्ट ने गुरुवार को इसकी घोषणा की। न्यायाधीश मोहम्मद बशीर की कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान जरदारी के वकील लतीफा खोसा ने कहा कोर्ट के आदेशों के बावजूद जेल में उनके मुवक्किल की सेल में एयरकंडीशनर अथवा फ्रिज मुहैया नहीं कराया गया।
लतीफा खोसा ने कोर्ट में कहा,‘‘ कोर्ट ने यह सुविधाएं जेल में मेरे मुवक्किल को उपलब्ध कराने का आदेश दिया था, इसे उपलब्ध कराने की बजाय उन्हें बर्फ वाले थैले दिए गए।’’ कोर्ट को यह भी बताया गया कि उनके मुवक्किल को अभी तक उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले की प्रतिलिपि नहीं दी गई है।
मामले की प्रतिलिपि नहीं दिए जाने पर न्यायाधीश ने जरदारी से पूछा जब वह कटघरे में आये तो उन्हें भ्रष्टाचार मामले की कापी मुहैया कराई गई अथवा नहीं। इस पर जरदारी ने कहा,‘‘हम अभी आए हैं। हमने अभी कापी नहीं देखी है।’’ न्यायाधीश बशीर ने बाद में कहा कि वह चार अक्टूबर को अगली सुनवाई में अभियुक्त पर आरोप तय करेंगे और उनको मामले से जुड़ी प्रतिलिपि मुहैया कराई जाएगी।