अमेरिकी सीनेट से दूसरे महाभियोग मुकदमे में बरी होने के बाद पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने लाखों समर्थकों से कहा है कि वह सक्रिय सार्वजनिक जीवन के एक और चरण के लिए तैयार हैं। इससे पहले सौ सदस्य सीनेट में ट्रंप के खिलाफ महाभियोग के पक्ष में 57 और विपक्ष में 43 वोट पड़े। पूर्व राष्ट्रपति को दोषी ठहराने के लिए दो तिहाई बहुमत के लिए 10 वोट कम पड़े।
रिपब्लिकन पार्टी के ट्रंप अबतक के पहले राष्ट्रपति हैं जिनके खिलाफ दो बार महाभियोग चलाया गया है और ऐसे पहले राष्ट्रपति हैं जिन्हें पद छोड़ने के बाद भी महाभियोग का सामना करना पड़ा। 74 वर्षीय ट्रंप पर विद्रोह भड़काने का आरोप है। यह इल्जाम छह जनवरी को उनके समर्थकों द्वारा अमेरिकी कैपिटल (संसद भवन) पर हमले से संबंधित है।
बहरहाल, ट्रंप ने एक बयान में कहा, ”अमेरिका को फिर से महान बनाने के हमारे ऐतिहासिक, देशभक्त और खूबसूरत आंदोलन की सिर्फ शुरुआत है। आने वाले महीनों में मेरे पास आपसे साझा करने के लिए बहुत कुछ होगा और मैं अपने सभी लोगों के लिए अमेरिका की महानता हासिल करने के वास्ते अपनी अविश्वसनीय यात्रा को जारी रखने के लिए तत्पर हूं। ऐसा कुछ कभी नहीं हुआ।”
उन्होंने कहा, “ हमें आगे बहुत सा काम करना है और जल्द हम उज्ज्वल और असीम अमेरिकी भविष्य के लिए एक दृष्टिकोण लेकर आएंगे।“ ट्रंप को तीन नवंबर को हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव में 7.4 करोड़ वोट मिले थे।
ट्रंप राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद के अपने जीवन पर खामोश रहे हैं जबकि अटकलें हैं कि वह 2024 में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में किस्मत आज़मा सकते हैं या अपने परिवार के किसी सदस्य को चुनाव लड़ने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं।इस तरह के भी कयास हैं कि पूर्व राष्ट्रपति रिपब्लिकन पार्टी से नाता तोड़कर अपनी खुद की पार्टी बना सकते हैं, लेकिन ट्रंप की ओर से अभी इस पर कुछ नहीं कहा गया है। ट्रंप ने कहा, “हमारा प्यारा संवैधानिक गणराज्य कानून के निष्पक्ष शासन पर स्थापित किया गया था जिसमें हमारी स्वतंत्रताओं और हमारे अधिकारों के लिए अपरिहार्य सुरक्षा हैं।“
बीस जनवरी को राष्ट्रपति पद का कार्यकाल खत्म होने के बाद ट्रंप पाम बीच फ्लोरिडा के अपने रिजॉर्ट में चले गए थे और तब से वहीं रह रहे हैं। ट्रंप को ट्विटर और फेसबुक समेत सभी प्रमुख सोशल मीडिया मंचों पर प्रतिबंधित कर दिया गया है। इस बीच रिपब्लिकन पार्टी के नेताओं ने ट्रंप के खिलाफ वोट करने वाले सीनेटरों की आलोचना की है।