यह भारत की शानदार विदेश नीति का ही नतीजा है कि विदेशों में भारत का डंका लगातार बज रहा है। खासकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को विदेशों में सम्मान मिलने का सिलसिला लगातार जारी है। खाड़ी देशों के बाद अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भूटान के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द द्रूक ग्यालपो’ से नवाजने के लिए भूटान नरेश का आभार जताया और कहा कि भारत अपने इस पड़ोसी मुल्क से एक निकटवर्ती मित्र की तरह बर्ताव करेगा और उसकी विकास यात्रा में भारत हरसंभव मदद जारी रखेगा।
मोदी ने भूटान के राष्ट्रीय दिवस पर वहां के नागरिकों को बधाई भी दी
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा कि वह भूटान के टिकाऊ विकास के अनूठे मॉडल और उनके जीवन के आध्यात्मिक तरीकों के प्रशंसक हैं। उन्होंने कहा कि भूटान के नरेशों ने एक विशिष्ट पहचान स्थापित की है और उन्होंने दोनों देशों के बीच दोस्ताना संबंधों को विशेष रूप से विकसित किया है। भूटान के प्रधानमंत्री लोतेय शेरिंग ने सोशल मीडिया पर कहा कि उन्हें यह सुनकर बेहद खुशी हुई कि ‘‘सर्वोच्च असैन्य अलंकरण ‘ऑर्डर ऑफ द द्रूक ग्यालपो’ के लिए महामहिम नरेंद्र मोदी के नाम की घोषणा की गई है।’’
शेरिंग ने कहा, ‘‘इन वर्षों के दौरान, विशेष रूप से महामारी के दौरान मोदीजी ने जो बिना शर्त मित्रता निभाई है और मदद की है, भूटान नरेश ने उसे रेखांकित किया है।’’इसके जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘धन्यवाद भूटान के प्रधानमंत्री। इस गर्मजोशी भरे कदम से अभिभूत हैं और इसके लिए भूटान नरेश के प्रति आभार व्यक्त करता हूं।’’
मोदी ने कहा, ‘‘मेरा सौभाग्य है कि मुझे भूटानी भाई और बहनों का प्यार मिल रहा है है। इस अवसर पर मैं वहां के सभी नागरिकों को भूटान के राष्ट्रीय दिवस पर शुभकामनाएं देता हूं।’’ पिछले साल, प्रधानमंत्री मोदी को अमेरिकी सशस्त्र बलों का ‘लीजन ऑफ मेरिट बाय द यूएस गवर्नमेंट’ पुरस्कार मिला था, जो उत्कृष्ट सेवाओं और उपलब्धियों के प्रदर्शन में विशिष्ट मेधावी आचरण के लिए दिया जाता है। रूस ने 2019 में मोदी को अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू’ पुरस्कार से सम्मानित किया। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने भी 2019 में मोदी को अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ जायद अवार्ड’ से सम्मानित किया था।