आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर पर शिकंजा कसते हुए फ्रांस सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि आतंकी मसूद अजहर के संगठन जैश की फ्रेंच संपत्तियों को फ्रीज करेंगे। फ्रांस ने मौद्रिक और वित्तीय संहिता के तहत राष्ट्रीय स्तर पर मसूद अजहर की संपत्ति का फ्रीज करने की मंजूरी दी है।
इससे पहले फ्रांस ने संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षा परिषद में मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव रखा था। गौरतलब है की पुलवामा आतंकी हमले को अंजाम देने के बाद से मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किए जाने की मांग चरम पर है। लेकिन चीन ने वीटो पावर का इस्तेमाल कर एक बार फिर अड़ंगा लगा दिया।
फ्रांस ने संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षा परिषद में मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव रखा था। इस प्रस्ताव के समर्थन में अमेरिका और ब्रिटेन भी था, लेकिन चौथी बार चीन के वीटो के कारण यह प्रस्ताव पास नहीं हो पाया। भारत समेत सभी देशों ने इस पर अफसोस जाहिर किया।
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इससे नाराज संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने चेतावनी दी कि यदि चीन अपनी इस नीति पर अड़ा रहा तो जिम्मेदार सदस्य परिषद में ‘अन्य कदम’ उठाने पर मजबूर हो सकते हैं।सुरक्षा परिषद के एक दूत ने चीन को असामान्य कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि यदि चीन इस कार्य में बाधा पैदा करना जारी रखता है, तो जिम्मेदार सदस्य देश सुरक्षा परिषद में अन्य कदम उठाने पर मजबूर हो सकते हैं।
ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होनी चाहिए। फ्रांस, अमेरिका समेत कई देशों ने पाकिस्तान पर भारत में हमले करने वाले आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव है, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद भी शामिल है।