रूस और यूक्रेन के बीच जारी भीषण युद्ध का आज चौथा दिन है। इस बीच जर्मनी ने एक असाधारण कदम उठाते हुए कहा कि वह यूक्रेन को हथियार तथा अन्य सामान भेजेगा। अधिकारियों ने बताया कि जर्मनी, रूस के लिए ‘स्विफ्ट’ वैश्विक बैंकिंग प्रणाली के कुछ प्रतिबंधों का समर्थन भी करने के लिए तैयार है। इससे पहले जर्मनी ने रूस के विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र पर प्रतिबंध लगा दिया है। परिवहन मंत्री वोल्कर विसिंग ने ऐसे कदम का समर्थन किया और इसके लिए सभी तैयारियां करने का आदेश दिया है। जर्मनी के अलावा स्वीडन, ब्रिटेन समेत कई देश यूक्रेन को हथियार भेज रहे हैं।
एक हजार टैंक रोधी हथियार और पांच सौ मिसाइल भेज रहा है जर्मनी
जर्मनी के चांसलर कार्यालय ने शनिवार शाम को एलान किया था कि वह यूक्रेन में जल्द से जल्द एक हजार टैंक रोधी हथियार और 500 सतह से हवा में मार करने वाली स्टिंगर मिसाइलें भेजेगा। जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने एक बयान में कहा, यूक्रेन पर रूस द्वारा हमला करना एक अहम मोड़ है। यह हमारे पूरे युद्ध के बाद की व्यवस्था को खतरा है। ऐसी स्थिति में हमारा कर्तव्य है कि पूरी क्षमता के साथ व्लादिमीर पुतिन की आक्रमणकारी सेना के खिलाफ रक्षा करने में यूक्रेन की मदद की जाए। यह खबर तब आयी है जब कुछ समय पहले जर्मनी के आर्थिक और जलवायु मंत्रालय ने शनिवार शाम को एक बयान में कहा कि जर्मनी, नीदरलैंड को 400 जर्मनी निर्मित टैंक रोधी हथियार यूक्रेन को भेजने की अनुमति दे रहा है।
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने जर्मनी को कहा शुक्रिया
यूक्रेन को जर्मनी की सरकार ने एस्तोनिया से नौ डी-30 होवित्जर तथा गोला बारुद की खेप भेजने को भी मंजूरी दे दी है। गौरतलब है कि जर्मनी का यह कदम इसलिए असाधारण है क्योंकि उसी संघर्षरत क्षेत्रों में जानलेवा हथियारों का निर्यात न करने की नीति रही है। हाल में शुक्रवार को सरकारी अधिकारियों ने कहा था वह इस नीति का पालन करेंगे। लेकिन यूरोपीय संघ के 27 सदस्यों का हिस्सा जर्मनी की यूक्रेन के अधिकारियों तथा अन्य सहयोगियों ने मदद न करने के लिए आलोचना की थी। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने हथियारों की खेप भेजने की खबरों का स्वागत किया और ट्विटर पर शोल्ज की प्रशंसा करते हुए कहा, इसे जारी रखो, चांसलर ओलाफ शोल्ज। युद्ध रोधी गठबंधन सक्रिय है।