साओ पोलो : ब्राजील के दक्षिण पूर्वी मिनास गिराइस राज्य में घातक बीमारी येलो फीवर को देखते हुए स्वास्थ्य आपातकाल लागू कर दिया गया है। बीबीसी ने आज यह जानकारी दी। इस बीमारी की चपेट में प्रांतीय राजधानी बेलो होरिजोंटे में अनेक लोग आ चुके हैं और दिसंबर से अब तक विभिन्न क्षेत्रों में कम से कम 15 लोगों की मौत हो चुकी है। इससे निपटने के लिए बडे पैमाने पर टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है।
आधिकारियों के मुताबिक मिनास गेराइस राज्य में इस बीमारी का सबसे अधिक प्रकोप है और निजी क्लीनिकों के बाहर टीका लगवाने वालों की लंबी कतारें देखी जा सकती है। अर्जेंटीना से यहां आकर कार्निवल में हिस्सा लेने वाले पर्यटक भी राजधानी ब्यूनस आयर्स में एहतियातन टीके लगवा रहे हैं। पिछले वर्ष जून में इस राज्य में इस बीमारी से 475 लोग प्रभावित हुए थे और 162 लोगों की मौत हो गई थी। अधिकारियों ने बताया कि यह आपातकाल अगले छह माह तक प्रभावी रहेगा।
स्वास्थ्य मंत्री एंटोनियो नारडी ने बताया कि फरवरी में आयोजित किए जाने वाले कार्निवल को देखते हुए सभी क्षेत्रों में टीकाकरण अभियान व्यापक पैमाने पर किया जा रहा है। गौरतलब है कि यह बुखार यह विषाणु जनित रोग है जो मच्छरों के काटने से मनुष्यों में होता है और इसके लक्ष्ण अन्य तरह के बुखारों से मिलते जुलते हैं। इसमें व्यक्ति को तेज बुखार, मांस पेशियों मे दर्द, कमर दर्द, कंपकपी, भूख नहीं लगना, जी मिचलाना और लीवर संक्रमण प्रमुख है। इसका ज्यादा असर लीवर पर होने से प्रभावित व्यक्ति पीलिया का शिकार हो जाता र्है और इसे वजह से पीत ज्वर भी कहा जाता है। अगर संक्रमण अधिक हो जाए तो मरीज की 10 से 14 दिनों में मौत हो जाती है।
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