अमेरिकी सीनेट ने देश के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की सुनवाई शुरू की। डेमोक्रेट के बहुमत वाली प्रतिनिधि सभा के महाभियोग प्रबंधकों ने ट्रंप के खिलाफ राजद्रोह भड़काने का आरोप लगाया। डेमोक्रेटिक सांसद जैमी रस्किन की अगुवाई में प्रतिनिधि सभा के डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यों ने डोनाल्ड ट्रंप पर 6 जनवरी को अमेरिकी कैपिटल (संसद भवन) में हुआ दंगा भड़काने का आरोप लगाया गया।
यह दंगा उस समय हुआ था, जब कैपिटल परिसर में दोनों सदनों के सांसद 3 नवंबर को हुए राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम को प्रमाणित करने के अपने संवैधानिक कर्तव्य का निर्वहन कर रहे थे। चुनाव में डेमोक्रेटिक नेता जो बाइडन ने रिपब्लिकन नेता ट्रंप को मात दी थी। बाइडन ने 20 जनवरी को अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर कार्यभार संभाला था।
प्रतिनिधि सभा ने 20 जनवरी से पहले उसी समय ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही शुरू कर दी थी, जब वह देश के राष्ट्रपति थे और अब उनके व्हाइट हाउस छोड़ने के 3 सप्ताह बाद सीनेट में उनके खिलाफ कार्यवाही शुरू की गई है। जब ट्रायल के दौरान कैपिटल हिल में हिंसा के वीडियो दिखाए गए, तो वहां मौजूद सीनेटर ने इन दृश्यों को काफी शर्मनाक बताया ।
अमेरिकी इतिहास में पहली बार किसी पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही शुरू की गई है। इसके अलावा 2 बार महाभियोग की कार्यवाही का सामना करने वाले वह पहले राष्ट्रपति हैं। सीनेट में सांसद जैमी रस्किन ने ट्रंप पर कैपिटल में दंगा करने के लिए एक विद्रोही भीड़ को उकसाने का आरोप लगाया। उनके कई डेमोक्रेटिक साथियों ने सीनेट में इसका समर्थन किया। रस्किन ने कहा,‘‘सबूत बताएंगे कि पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप निर्दोष नहीं है। सबूत बताएंगे कि उन्होंने स्पष्ट तौर पर 6 जनवरी को विद्रोह को भड़काया।
सबूतों से पता चलेगा कि डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी कमांडर- इन-चीन की भूमिका छोड़ खतरनाक विद्रोह को भड़काने वाले एक सरगना की भूमिका निभाई।’’ प्रतिनिधि सभा के प्रबंधकों के पास दलीलें रखने के लिए 16 घंटे का ही समय है। रस्किन गुरुवार को यानी आज अपनी बाकी दलीलें पेश करेंगे। इसके बाद ट्रंप के वकील अपना पक्ष रखेंगे और उन्हें भी 16 घंटे ही मिलेंगे। इस बीच, भारतीय-अमेरिकी सांसदों ने भी ट्रंप के खिलाफ महाभियोग का समर्थन किया।
भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने कहा,‘‘राष्ट्रपति ने पिछले महीने कैपिटल और हमारे लोकतांत्रिक संस्थानों पर हमला करने वाली भीड़ का भड़काया। आज उन्हें, सजा दिए जाने की आवश्यकता है क्योंकि उनकी वजह से उस दिन सभी सदन के सदस्यों और कर्मियों को अपनी जान बचाने के लिए भागना पड़ा था।’’कृष्णमूर्ति ने प्रतिनिधि सभा में ट्रंप पर महाभियोग चलाने के पक्ष में मतदान किया था।
साथ ही तीन अन्य भारतीय-अमेरिकी सांसदों एमी बेरा, रो खन्ना और प्रमिला जयपाल ने भी महाभियोग का समर्थन किया। गौरतलब है कि ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव में हार स्वीकार नहीं की थी और वह 3 नवंबर को हुए चुनाव में धोखाधड़ी के दावे कर रहे थे। ट्रंप के इन दावों के बीच, कैपिटल बिल्डिंग (अमेरिकी संसद भवन) में उनके समर्थकों ने 6 जनवरी को धावा बोला था और हिंसा की थी।