पाकिस्तान में इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर जारी सियासी उथल-पुथल के बीच पंजाब को लेकर बड़ा फैसला किया गया है। पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि सरकार ने पंजाब के राज्यपाल चौधरी मोहम्मद सरवर को उनके पद से हटा दिया है। यह स्पष्ट नहीं है कि संघीय सरकार ने सरवर को हटाने का फैसला क्यों किया और सूचना मंत्री ने भी इसका कोई कारण नहीं बताया है।
इमरान ने लिया बड़ा फैसला, पंजाब के राज्यपाल को किया बर्खास्त
सूचना मंत्री ने कहा कि नए राज्यपाल की घोषणा बाद में की जाएगी। उन्होंने कहा,”संविधान के अनुसार, डिप्टी स्पीकर पंजाब विधानसभा के कार्यवाहक राज्यपाल होंगे।” सरवर ब्रिटिश संसद के पूर्व सदस्य हैं और उन्होंने 2013 में पाकिस्तान में सेवा करने के लिए ग्लासगो में अपना राजनीतिक जीवन छोड़ दिया था। वह पीएमएल-एन में शामिल हो गए थे और पार्टी द्वारा केंद्र में 2013 के आम चुनाव जीतने के बाद उन्हें पंजाब का राज्यपाल बनाया गया था। हालांकि, उन्होंने जनवरी 2015 में पंजाब के राज्यपाल कार्यालय से इस्तीफा दे दिया था और तुरंत पीटीआई में शामिल हो गए थे। सितंबर 2018 में उन्होंने दूसरे कार्यकाल के लिए राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी।
विपक्ष ने इमरान पर लगाया देश के विभाजन का आरोप
वहीं पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने प्रधानमंत्री इमरान खान पर ‘देश को विभाजित करने और देश को गृहयुद्ध की ओर धकेलने की कोशिश’ करने का आरोप लगाया है। पाकिस्तानी अखबार डॉन ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। उधर, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने भी इमरान पर इसी तरह का आरोप लगाया और कहा है कि यह दुर्भाज्ञपूर्ण है कि ‘यह पराजित व्यक्ति (इमरान) शांति भंग करने के प्रयास कर रहा है।
इस्लामाबाद में लागू हुई धारा 144
शरीफ ने आरोप लगाया कि सरकार अविश्वास प्रस्ताव की संवैधानिक प्रक्रिया का उल्लंघन करने की साजिश रच रही है और इसलिए उन्होंने राजधानी के प्रशासन और पुलिस से रविवार को संघीय राजधानी में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ-साथ सभी राज्य संस्थानों से नेशनल असेंबली में रविवार को अविश्वास प्रस्ताव पर सुचारू मतदान सुनिश्चित करने का आग्रह किया। यही कारण है कि इस्लामाबाद में धारा 144 लागू कर दी गई है।
पाकिस्तान ने युवाओं से किया प्रदर्शन का आह्वान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने समर्थकों विशेषकर युवाओं से आह्वान किया है कि वे बाहर आएं और उन्हें सत्ता से बेदखल करने के लिए ‘अमेरिका की ओर से रची गई अंतरराष्ट्रीय साजिश’ के खिलाफ ‘शांतिपूर्वक विरोध’ करें। पाकिस्तानी अखबार डॉन ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि इमरान ने संसद की सभी महत्वपूर्ण बैठकों के लिए अपनी पार्टी की रणनीति के बारे में भी अपना विचार बदल दिया है और घोषणा की है कि वह अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान सदन में मौजूद रहेंगे।
इमरान ने अविश्वास प्रस्ताव पर कही यह बात
उन्होंने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सांसदों को रविवार की कार्यवाही में भाग लेने और प्रधानमंत्री के तौर पर उनका (इमरान) का मुखर बचाव करने का निर्देश दिया है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान ने टेलीविजन पर जनता के साथ लाइव सवाल-जवाब के दौरान लोगों से उनको (इमरान) प्रधानमंत्री पद से हटाए जाने की कोशिश का विरोध करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि रविवार के महत्वपूर्ण वोट के लिए उनके पास ‘एक से अधिक योजनाएं’ हैं और दावा किया कि वह इस प्रकरण में सभी को सरप्राइज देंगे।