राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश प्रवक्ता डॉ.अलका गुर्जर ने किशनगढ़ बास बालिका छात्रावास में छात्राओं के यौन उत्पीडन की घटना को शर्मनाक बताते हुये कहा कि घटना के 15 दिन के बाद दोषियों पर कार्रवाई करना सरकार की संवेदनहीनता को दर्शाता है।
डा. गुर्जर ने आज यहां कहा कि जिस विभाग के मंत्री खुद मुख्यमंत्री हैं, उस विभाग में इस तरह की लापरवाही सरकार की प्रशासनिक विफलता एवं संवेदनहीनता को उजागर करती है। उन्होनें कहा कि इस सरकार आने के बाद पूरे राज्य में महिलाओं के प्रति अत्याचार बेतहाशा बढे है, राज्य का ऐसा कोई शहर नही बचा जहाँ बच्चियों और महिलाओं के साथ गम्भीर घटनाऐं ना हुई हो भरतपुर, अलवर, झुन्झनुं, जयपुर, टोंक सहित लगभग हर शहर में हुई शर्मनाक घटनाऐं ये साबित करती है कि कानून एवं व्यवस्था समाप्त हो चुकी हैँ।
उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की किशनगढ बास के बालिका छात्रावास की घटना की उच्च स्तरीय जॉच करवा कर सभी दोषियों के खिलाफ कड़ कार्रवाई की जाये। डॉ. गुर्जर ने कहा कि राज्य में भाजपा सरकार ने इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए 12 वर्ष से छोटी बच्चियों के खिलाफ होने वाली बलात्कार की घटनाओं पर अपराधी को फाँसी का कानून बनाया था। इसके तहत चालान पेश कर एक दर्जन अपराधियों को फाँसी की सजा दिलवाई थी पर इस सरकार में पुलिस अपराधियों के खिलाफ ना त्वरित कार्रवाई कर रही है और ना ही अपराधियों को सजा दिलवाने मे रूचि दिखा रही है।