भारत-बांग्लादेश की मित्रता के 50 वर्ष पूरे होने पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने खुशी जताते हुए दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों को और मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर देने की बात कही है। हसीना ने नई दिल्ली में विश्व मामलों की भारतीय परिषद (आईसीडब्ल्यूए) में आयोजित मैत्री दिवस समारोह के दौरान प्रसारित एक वीडियो संदेश में इसका जिक्र किया। यह कार्यक्रम दोनों पड़ोसी देशों के संबंधों की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर आधारित रहा। उन्होंने दोनों देशों के लोगों के बीच आपसी संपर्क बढ़ाने, व्यापारिक गतिविधियों में तेजी लाए जाने पर ध्यान क्रेंदित करने की बात कही।
हम अपने रिश्ते को महत्व देना जारी रखेंगे
वीडियो संदेश में प्रधानमंत्री हसीना ने कहा, हम अपने रिश्ते को महत्व देना जारी रखेंगे। साथ ही यह वर्षगांठ हमारे द्विपक्षीय संबंधों को और आगे लेकर जाने का एक अवसर है। यह बांग्लादेश और भारत के बीच की दोस्ती को अधिक मजबूत करने की दिशा में काम करने के लिए अपनी प्रतिबद्धताओं को दोहराने का अवसर है। हसीना ने दोहराया कि मार्च, 2021 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश की यात्रा के दौरान ढाका और नई दिल्ली सहित 18 चयनित शहरों में संयुक्त समारोह करने और छह दिसंबर को मैत्री दिवस के रूप में मान्यता देने पर सहमत हुए थे।
दृष्टिकोण और विचारों को वास्तविकता में बदलेंगे
दोनो देशों की संबंधों की 50वीं वर्षगांठ पर हसीना ने कहा, उन्हें यकीन है कि आने वाले दशकों में दोनों देशों के लोग मिलकर अपने दृष्टिकोण और विचारों को वास्तविकता में बदलते रहेंगे। ढाका ट्रिब्यून ने अपनी रिपोर्ट में कहा, बांग्लादेश और भारत राजनयिक संबंधों की स्थापना की स्वर्ण जयंती मना रहे हैं। यह हमारे द्विपक्षीय संबंधों के सफर में एक मील का पत्थर है। भारत ने छह दिसंबर, 1971 को बंगलादेश को एक स्वतंत्र और संप्रभु राज्य के रूप में मान्यता दी थी।