भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच कई वर्षों से चल रही बातचीत के बाद अब बृहस्पतिवार को एक महत्वपूर्ण सैन्य समझौता हो सकता है जिसके तहत दोनों देश एक दूसरे के सैन्य ठिकानों का इस्तेमाल कर सकेंगे। ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त बैरी ओ फैरेल ने ऑनलाइन माध्यम से यह जानकारी देते हुए बताया कि बृहस्पतिवार को एक ऑनलाइन शिखर वार्ता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर कर सकते हैं।
बैरी ओ फैरेल ने ऑनलाइन माध्यम से मीडिया को बताया कि शिखर वार्ता से द्विपक्षीय संबंधों को ‘ऐतिहासिक ऊंचाई’ मिलने की संभावना है क्योंकि दोनों नेता व्यापार ऊर्जा और रक्षा क्षेत्र में भागीदारी को सुदृढ़ करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। उन्होंने कहा, “शिखर वार्ता से हमारी उम्मीदों पर हमने बात की है। जाहिर है कि पारस्परिक लॉजिस्टिक्स सहयोग समझौता उनमें से एक है। वह दोनों देशों की सशस्त्र सेनाओं को ओसइंडेक्स जैसे जटिल सैन्य अभ्यास करने में सहायक होगा।”
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास को ओसइंडेक्स नाम दिया गया है। इस समझौते से दोनों देशों की सेनाएं मरम्मत और पुनः आपूर्ति के लिए एक दूसरे के सैन्य ठिकानों का इस्तेमाल कर सकेंगी और यह समझौता सहयोग के स्तर को बढ़ाने में मददगार साबित होगा। भारत ने अमेरिका और फ्रांस के साथ पहले ही इस प्रकार का समझौता किया है। मोदी और मॉरिसन के बीच शिखर वार्ता जनवरी में होने वाली थी लेकिन ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग के कारण ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री को अपनी चार दिवसीय भारत यात्रा स्थगित करनी पड़ी थी।