रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को कहा कि भारत और रूस के युवाओं खासकर स्कूली बच्चों के बीच मेलमिलाप द्विपक्षीय संबंधों को ‘‘अभूतपूर्व स्तर’’ पर ले जाने के लिए संभवत: ‘‘बहुत महत्वपूर्ण’’ होगा और यह दीर्घावधि सहयोग का आधार बनेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पुतिन ने भारत के ‘अटल इनोवेशन मिशन’ (एआईएम) और रूस के सिरीयस एजूकेशनल सेंटर की कुछ युवा प्रतिभाओं से बातचीत की।
मोदी ने दोनों देशों के युवाओं से गरीबों और जरूरतमंदों के जीवन जीने के तरीके में सुधार के लिए नवोन्मेष पर काम करने को कहा। एआईएम और सिरीयस के बीच इस मौके पर एक सहमति पत्र पर भी हस्ताक्षर किये गये।
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पुतिन ने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि युवाओं खासकर स्कूली बच्चों के बीच मेलमिलाप भारत और रूस के संबंधों को जैसे कि हम इन दिनों देख रहे हैं, अभूतपूर्व स्तर पर ले जाने की दिशा में संभवत: बहुत महत्वपूर्ण होगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह दीर्घावधि सहयोग का आधार है।’’
मोदी ने दोनों देशों के छात्रों से मिलने पर अपनी खुशी जाहिर की और निरंतर मेलमिलाप कार्यक्रमों की वकालत की।
उन्होंने कहा, ‘‘यह (रूसी छात्रों का भारत दौरा) आगे बढाया जाना चाहिए। भारतीय छात्रों को रूसी संस्थानों का दौरा करना चाहिए और इस तरह के संवादों को बढावा दिया जाना चाहिए। भारत और रूस के छात्रों को मिलकर यह सोचना चाहिए कि वे लोगों विशेषकर गरीबों के जीवन को आसान बनाने के लिए क्या कर सकते हैं।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि हर पीढी को ‘‘वैज्ञानिक प्रवृत्ति’’ अपनानी चाहिए फिर चाहे कोई व्यक्ति वैज्ञानिक बने या ना बने। उन्होंने कहा, ‘‘नवोन्मेष के बिना, विश्व का (विकास) ठहर जाएगा।’’
कार्यक्रम के दौरान दोनों नेताओं ने रूस और भारत के छात्रों द्वारा शिक्षकों, वैज्ञानिकों के मूल्य तथा अनुसंधान के क्षेत्र जैसे विषयों पर पूछे गये सवालों का जवाब दिया।
पुतिन ने इससे पहले गुरुवार शाम यहां आने के बाद शुक्रवार को प्रधानमंत्री के साथ बैठक की थी। मोदी ने पुतिन के लिए एक निजी भोज आयोजित किया था।