भारत ने ईरान से तेल आयात पर प्रतिबंधों में छूट देने के अमेरिकी सरकार के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा है कि वह अभी इस रियायत से जुड़ निर्णय का अध्ययन कर रहा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘ हम इस बात की सराहना करते हैं कि अमेरिकी सरकार ने हमारी सुरक्षा जरूरतों को समझते हुए मामले की संवेदनशीलता पर गौर किया है। हम इसका स्वागत करते हैं। अब हम इस छूट का अध्ययन कर रहे हैं। ‘ उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने अमेरिका की उस अधिसूचना को देखा है जिसमें उन देशों की सूची दी गयी है जिन्हें ईरान से तेल आयात से संबंधित प्रतिबंधों में रियायत दी गयी है। इस सूची में भारत का भी नाम है।
अफगान नेता, तालिबान के प्रतिनिधि शांति वार्ता में हुए शामिल, भारत ने ‘गैर-आधिकारिक’ स्तर पर की शिरकत
ईरान से तेल आयात में कमी आने संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा, ‘ भारत ईरान से कच्चे तेल का बड़ आयातक है। यह हमारी ऊर्जा सुरक्षा जरूरत के लिए महत्वपूर्ण है। हम इसकी सराहना करते हैं कि अमेरिका ने हमारी स्थिति को समझा है और कहा है कि उसकी मंशा भारत को नुकसान पहुंचाना नहीं है।’ उन्होंने यह बताने से इन्कार कर दिया कि भारत ईरान से कितने तेल का आयात जारी रखेगा।
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारत के रूस में अफगानिस्तान की स्थिति पर आयोजित बैठक में हिस्सा लेने का मतलब यह नहीं है कि भारत अफगान तालिबानियों के साथ बात कर रहा है।
उन्होंने कहा,’ हमने कभी नहीं कहा कि हम तालिबान के साथ बात करेंगे। हमने कहा है कि हम रूस द्वारा आयोजित बैठक में हिस्सा लेंगे। ‘ उन्होंने कहा कि इस बैठक में भारत की गैर आधिकारिक टीम हिस्सा लेगी।
उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद से जूझ रहे अफगानिस्तान में शांति, स्थिरता और सुरक्षा के सभी प्रयासों का समर्थन करता है।